मेरा शहर: कपास-मिर्च और अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है बड़वानी जिला, जानें इसकी खासियत

Barwani Popular Places: एमपी का बड़वानी प्राचीन किले, जैन तीर्थ स्थल और कपास उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। नागलवाड़ी और बावनगजा जैसे ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं।  

Updated On 2024-12-19 13:28:00 IST
कपास-मिर्च और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है बड़वानी जिला, जानें इसकी खासियत।

Barwani Popular Places: मध्यप्रदेश में 55 जिले हैं। हर जिले की अपनी एक अलग पहचान है। रहन-सहन, बोली, व्यंजन के लिहाज से भी यह एक-दूसरे से अलग हैं। हरिभूमि आपको 'मेरा शहर' सेगमेंट में हर दिन एक जिले की संस्कृति, सभ्यता और वहां की परंपराओं से रूबरू करा रहा है। जानें जिला बड़वानी की खासियत...।  

बड़वानी जिले का इतिहास

  • मध्य प्रदेश का बड़वानी जिला अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। पहले यहां बड़ के जंगल हुआ करते थे। जिस कारण इसका नाम बड़वानी पड़ा। 1948 तक बड़वानी राज्य की राजधानी थी। 
  • बड़वानी शहर चट्टानी इलाकों और उर्वरा भूमि के चलते अंग्रेज और मुगल आक्रमण से बचा रहा। यहां कपास की खेती पर्याप्त मात्रा में होती है। 
  • बड़वानी का तीर गोला स्मारक आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। राजा रणजीत सिंह ने अपने बेटे की याद में इसका निर्माण कराया था। बड़वानी का ऐतिहासिक किला और प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है। 

बड़वानी के प्रमुख पर्यटन स्थल

  • नागलवाड़ी (Nangalwadi): सतपुड़ा पर्वतमाला की हरी-भरी वादियों और 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भीलटदेव का यह मंदिर अत्यंत सुंदर और दर्शनीय है। 700 वर्ष पुराने इस मंदिर में वैसे तो रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन नागपंचमी पर 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां ट्रेन बस और टैक्सी के जरिए पहुंच सकते हैं।  
    मध्यप्रदेश– महाराष्ट्र सीमा पर स्थित दर्शनीय स्थल नागलवाड़ी का दृश्य। 
  • बावनगजा (Bawangaja): बड़वानी से 6 किमी दूर स्थित इस मंदिर में भगवान आदिनाथ की 52 गज ऊंची मूर्ति स्थित है। मान्यता है कि रामायाण काल में मेघनाथ और कुंभकर्ण इसी जगह पर रहते थे। यहां स्थित चुलगिरी पहाड़ी से नर्मदा नदी का सुंदर नजारा देख सकते हैं। यह तीर्थ स्थल जैन समाज ही नहीं, बल्कि जन-जन के लिए आस्था का केंद्र है। टैक्सी, बस और ऑटो रिक्शा से पहुंच सकते हैं।  

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बड़वानी से 6 किमी दूर स्थित बावनगजा, यहां भगवान आदिनाथ की 52 गज ऊंची मूर्ति स्थित है। 

बड़वानी के प्रमुख उत्पादन

  • कपास: कपास जिले का प्रमुख उत्पादन है इस क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी कपास की उपज के लिए बहुत उपयोगी है परिणामस्वरूप जिले में कई सूती उद्योग स्थापित हैं।
  • मिर्ची: मिर्ची जिले का प्रमुख उत्पादन है यहां का राजपुर किसानों को मिर्ची का बड़ा बाजार उपलब्ध कराता है। 
  • इंडस्ट्री: बड़वानी जिला कपड़ा निर्माण का बड़ा केंद्र है। यहां कपास ओटाई मिल, तिलहन प्रसंस्करण, खाद्य प्रसंस्करण और लघु-स्तरीय कृषि जैसे उद्योग हैं। 
    कपास बड़वानी जिले प्रमुख फसल है। यहां कपास ओटाई मिल और सूती वस्त्र उद्योग भी हैं। 

बड़वानी के प्रमुख व्यंजन

  • दाल बाटी: दाल बाटी जिले का प्रमुख व्यंजन है।  तुवर मुंग दाल और गेहूं के आटे से बना यह व्यंज लोगों की खासी पसंद है।  

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बड़वानी की आबादी, क्षेत्रफल और संस्कृति 
बड़वानी आदिवासी बहुल्य जिला है। यहां का भगोरिया मेला काफी प्रसिद्ध है। जीवन साथी चुनने के लिए आज भी दूर दूर से लोग इस मेले में आते हैं। 5,427 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैले बड़वानी जिले की आबादी 13,85,881 के करीब है। पुरुष जनसंख्या  6,99,340 और महिला की  6,86,541 है। 

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