भोपाल: हमीदिया कॉलेज में बड़ा हादसा टला, मीटिंग के दौरान प्राचार्य कक्ष की छत गिरी; सभी सुरक्षित

भोपाल के हमीदिया कॉलेज में प्राचार्य कक्ष की जर्जर छत का हिस्सा गिरा, लेकिन मीटिंग के दौरान कोई हताहत नहीं। छात्र और स्टाफ सुरक्षित, कॉलेज प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।

Updated On 2025-09-29 17:30:00 IST

Hamidia College bhopal accident

भोपाल, 29 सितंबर 2025: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रतिष्ठित शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में सोमवार एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। कॉलेज के प्राचार्य कक्ष की जर्जर छत का हिस्सा अचानक गिर गया, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।


हादसे का वक्त और घटनास्थल

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के समय प्राचार्य कक्ष में एक महत्वपूर्ण मीटिंग चल रही थी। मीटिंग में प्राचार्य और अन्य कर्मचारी मौजूद थे। छत का हिस्सा अचानक गिरा, लेकिन सभी सदस्य सुरक्षित रहे। कॉलेज प्रशासन ने तुरंत घटनास्थल को खाली कराया और छात्रों को सुरक्षित स्थान पर भेजा।

कॉलेज की जर्जर स्थिति

हामीदिया कॉलेज, जिसकी स्थापना 1946 में हुई थी, की अधिकांश इमारतें दशकों पुरानी हैं। लंबे समय से रखरखाव की कमी के कारण कई भवन खतरनाक स्थिति में हैं। कॉलेज में दरारें, रिसाव और संरचनात्मक कमजोरियां देखने को मिल रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर समय रहते मरम्मत न हुई, तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

प्राचार्य का बयान

कॉलेज प्राचार्य ने बताया, "हमारी मीटिंग के दौरान छत का हिस्सा गिरा। ईश्वर का धन्यवाद कि सभी सुरक्षित हैं। यह घटना हमारी इमारतों की जर्जर स्थिति का संकेत है। हम उच्च अधिकारियों से तत्काल मरम्मत की मांग कर रहे हैं।"


सरकारी कदम और योजनाएं

हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने हमीदिया कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में अपग्रेड करने की घोषणा की थी। इसमें पुरानी इमारतों की मरम्मत और नई सुविधाओं का निर्माण शामिल है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2023 में नई मॉडल बिल्डिंग बनाने का ऐलान किया था। उच्च शिक्षा विभाग ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कॉलेज को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है।

छात्र संगठनों का आक्रोश

छात्र संगठनों ने घटना के बाद कॉलेज प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। एबीवीपी और एनएसयूआई ने कहा, "कॉलेज की जर्जर इमारतें छात्रों की जान के लिए खतरा बन चुकी हैं। सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।" छात्रों ने मरम्मत कार्य तेज करने और सुरक्षा उपायों की मांग की है।

राज्यभर में बुनियादी ढांचे की चुनौती

यह घटना भोपाल सहित पूरे मध्य प्रदेश के सरकारी कॉलेजों की इमारतों की स्थिति पर सवाल उठाती है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, राज्य के कई कॉलेजों में इसी तरह की संरचनात्मक समस्याएं हैं और बजट की कमी के कारण मरम्मत कार्य रुका हुआ है।

हामीदिया कॉलेज की यह घटना चेतावनी है कि सरकारी कॉलेजों में संरचनात्मक सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में गंभीर हादसे हो सकते हैं। उच्च शिक्षा विभाग और सरकार से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद है।

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