MP Scholarship 2025: 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों को 303 करोड़ की छात्रवृत्ति, सीएम डॉ. मोहन बोले- बच्चों के लिए फंड की कोई कमी नहीं

मध्यप्रदेश में शिक्षा को लेकर बड़ा कदम, सीएम डॉ. मोहन यादव ने समेकित छात्रवृत्ति योजना के तहत 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों के खातों में 303 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। बोले- बच्चों की शिक्षा के लिए सरकार के पास फंड की कोई कमी नहीं।

Updated On 2025-10-30 16:22:00 IST

सीएम डॉ. मोहन ने 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों को 303 करोड़ की छात्रवृत्ति जारी की।

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार, 30 अक्टूबर को समेकित छात्रवृत्ति योजना (Integrated Scholarship Scheme) के तहत 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों के खातों में 303 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से ट्रांसफर किए।

मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस अहम कार्यक्रम में डॉ. यादव ने कहा कि “बच्चों के लिए फंड की कोई कमी नहीं है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पहले मां सरस्वती को प्रसन्न करना जरूरी है।” उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चों को समय पर स्कूटी, ड्रेस और साइकिल जैसी सुविधाएं भी मुहैया करा रही है, ताकि किसी भी बच्चे की पढ़ाई बाधित न हो।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शिक्षा में नई व्यवस्था

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में शिक्षा व्यवस्था में कई सुधार लागू किए जा रहे हैं। प्रदेश में 369 सांदीपनि विद्यालय और 55 पीएम एक्सीलेंस कॉलेज शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में RTE के अंतर्गत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 8.5 लाख विद्यार्थियों की फीस प्रतिपूर्ति की गई है।

उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर बच्चे को समान शिक्षा के अवसर मिलें। “बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील ही नहीं बल्कि उद्यमी भी बनें, इसके लिए नि:शुल्क कोचिंग सुविधा दी जाएगी।”

देव दीपावली से पहले बच्चों की दिवाली

मुख्यमंत्री ने कहा, “आज देव दीपावली से पहले विद्यार्थियों की दिवाली मन रही है।” उन्होंने बताया कि प्रदेश में कक्षा 6वीं और 9वीं के उन छात्रों को नि:शुल्क साइकिलें दी गई हैं जो स्कूल से चार किलोमीटर दूर रहते हैं। वहीं, बोर्ड परीक्षा में 75% से अधिक अंक लाने वाले 5 लाख छात्रों को लैपटॉप भी दिए जा चुके हैं।

समान रूप से मिला छात्रवृत्ति का लाभ

स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि 300 करोड़ रुपये की राशि प्रदेशभर के 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों को समान रूप से दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने पर भी विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री की मंशा है कि किसी भी बच्चे की शिक्षा आर्थिक स्थिति के कारण रुकनी नहीं चाहिए।”

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