police encounter in yamunanagar: पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात वेंकट गैंग के दो सदस्यों को मारी गोली, 20 राउंड फायरिंग

हरियाणा के यमुनानगर में पुलिस और गैंगस्टर वेकंट गर्ग के गुर्गों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से करीब 20 राउंड फायरिंग हुई, जिसमें बदमाशों के पैरों में गोली लगी। अभी उनके और साथियों की तलाश जारी है।

Updated On 2025-07-18 21:20:00 IST

यमुनानगर में पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुए बदमाश को अस्पताल लाते हुए। 

police encounter in yamunanagar : हरियाणा के यमुनानगर जिले में शुक्रवार को पुलिस और कुख्यात गैंग वेंकट से जुड़े बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। घटना जिले के साढ़ौरा इलाके में हुई, जहां बिना नंबर की बाइक पर घूम रहे दो संदिग्ध युवकों को पुलिस ने घेरने की कोशिश की। जवाब में युवकों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों के पैर में गोली मारकर उन्हें पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच करीब 20 राउंड फायरिंग हुई है।

पुलिस ने अस्पताल में करवाया भर्ती

मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुए बदमाशों को पुलिस ने तत्काल जगाधरी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान विकास अली उर्फ ज्वाला निवासी सरावां और दीपक निवासी कनिपला के रूप में हुई है। दोनों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वे वेंकट गैंग के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं।

नाकाबंदी के दौरान मुठभेड़

पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक हथियारों से लैस होकर साढ़ौरा में पल्सर बाइक पर घूम रहे हैं और किसी बड़ी वारदात की फिराक में हैं। इस पर पुलिस ने अलर्ट मोड में आते हुए असगरपुर गांव के पास नाकाबंदी की। जैसे ही संदिग्ध बाइक सवार मौके पर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों को पैर में गोली लगी, जिससे वे बाइक से गिर पड़े और पुलिस ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया।

संदिग्ध अभी भी फरार, इलाके में सर्च अभियान

पुलिस का मानना है कि घायल बदमाशों के अन्य साथी भी इलाके में छिपे हो सकते हैं। घटना के तुरंत बाद DSP हरविंदर सिंह मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया। साढ़ौरा और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

वेंकट गैंग ने की थी बसपा नेता की हत्या

इस मुठभेड़ ने एक बार फिर वेंकट गैंग के नेटवर्क और हरियाणा में उसकी बढ़ती गतिविधियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गैंग का सरगना वेंकट गर्ग मूलतः अंबाला जिले के नारायणगढ़ का रहने वाला है। उसका नाम पहली बार 2025 की शुरुआत में बसपा नेता हरबिलास की हत्या के बाद सामने आया था, जब उसने सोशल मीडिया पर इस वारदात की जिम्मेदारी ली थी। वेंकट, पहले लॉरेंस बिश्नोई और काला राणा गैंग से जुड़ा रहा, लेकिन बाद में खुद की गैंग बनाकर अपराध की दुनिया में पैर जमा लिए। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, फायरिंग, जेल में हिंसा और मोबाइल रखने जैसे 12 से अधिक संगीन केस दर्ज हैं। साल 2024 में उस पर तलवार से हमला भी हुआ था, जिसमें उसकी टांग टूट गई थी।

राजनीतिक और व्यापारिक वर्ग पर हमले

वेंकट की आपराधिक गतिविधियों में राजनीतिक हस्तियों और व्यापारियों को निशाना बनाने की घटनाएं भी शामिल हैं। उसने नारायणगढ़ में एक शादी समारोह में फायरिंग कर सरपंच के मामा को घायल कर दिया था। साथ ही, पूर्व विधायक के भाई के ऑफिस में फायरिंग और चंडीगढ़ के शराब कारोबारियों से रंगदारी मांगने के केस भी सामने आ चुके हैं। वर्तमान में वेंकट का नेटवर्क अवैध खनन और प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में सक्रिय है। जगाधरी और पंचकूला में भी उसने कई स्थानों पर दबंगई दिखाई है। खनन क्षेत्र पर अपना वर्चस्व जमाने के लिए वह कई बार फायरिंग कर चुका है।

Tags:    

Similar News