यमुनानगर: ड्यूटी पर देर से आने की शिकायत पर साथी गार्ड को चाकू से गोदकर मार डाला, तीन लोगों ने बाइक से शव नदी में फेंका

सुरक्षा गार्ड को उसके ही सहकर्मी ने दो साथियों के साथ मिलकर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर बेरहमी से मार डाला। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को उसी की मोटरसाइकिल से ले जाकर राक्षी नदी के पुल से नीचे फेंक दिया।

Updated On 2025-12-27 16:00:00 IST

गार्ड की हत्या के आरोप में पकड़े गए युवक। 

हरियाणा के यमुनानगर में एक सिक्योरिटी गार्ड की हत्या का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सहकर्मी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अपने ही साथी गार्ड अनिल कुमार को मौत के घाट उतार दिया। हैरान करने वाली बात यह है कि हत्या की वजह सिर्फ काम पर देरी से आने की शिकायत करना थी। पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाकर मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

बार-बार हो रही शिकायतों से पैदा हुई रंजिश

पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि मृतक अनिल कुमार और मुख्य आरोपी रवि कुमार दोनों 'फ्लॉवर वैली सिटी' में सुरक्षा गार्ड के तौर पर तैनात थे। अनिल अक्सर कंपनी के सुपरवाइजर से रवि की लापरवाही की शिकायत करता था। अनिल का कहना था कि रवि अक्सर ड्यूटी पर देरी से आता है और समय से पहले चला जाता है। बार-बार हो रही इन शिकायतों से रवि के मन में अनिल के प्रति गहरी रंजिश पैदा हो गई थी। रवि ने अनिल को सबक सिखाने के लिए उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।

कमरे में जाकर चाकू से किया ताबड़तोड़ हमला

वारदात वाली रात यानी 23 दिसंबर को रवि ने अपने दो दोस्तों वंश और सनी उर्फ चन्नी को बुलाया। तीनों आरोपी खेड़ी रांगडान गांव स्थित सिक्योरिटी गार्ड के कमरे में घुसे। वहां उन्होंने अनिल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। अनिल को संभलने का मौका तक नहीं मिला और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने अनिल के शव को उसी की मोटरसाइकिल पर लादा। वे शव को लेकर सुढैल गांव के पास राक्षी नदी के पुल तक पहुंचे और उसे नीचे फेंक दिया। जिस जगह शव फेंका गया, वहां से महज 100 मीटर की दूरी पर पुलिस का नाका था।

आईकार्ड से हुई शव की पहचान

25 दिसंबर की सुबह स्थानीय लोगों ने पुल के नीचे शव देखा तो इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। शव की तलाशी लेने पर अनिल के गले में 'एमएस ग्रुप' कंपनी का पहचान पत्र (I-Card) मिला। इसी कार्ड के जरिए पुलिस कंपनी तक पहुंची और मृतक की पहचान महमूदपुर गांव के निवासी अनिल कुमार के रूप में हुई। अनिल अपने पीछे दो छोटे बच्चों और परिवार को छोड़ गया है। उसके भाई सुनील ने बताया कि अनिल 23 दिसंबर की शाम घर से ड्यूटी के लिए निकला था लेकिन फिर वापस नहीं लौटा।

पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गुत्थी सुलझा ली

यमुनानगर के एएसपी अमरिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने सूचना मिलने के 24 घंटे के भीतर ही गुत्थी सुलझा ली। अनिल के भाई सुनील की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था। तकनीकी साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर रवि, वंश और सनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस साजिश में एक और व्यक्ति के शामिल होने का अंदेशा है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। अदालत ने आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

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