यमुनानगर में गैंगस्टर हावी: 30 लाख की रंगदारी को इमिग्रेशन सेंटर संचालक के घर पर फायरिंग, एक दबोचा
हरियाणा के यमुनानगर में एक इमिग्रेशन सेंटर संचालक से 30 लाख की रंगदारी लेने के लिए उसके घर पर फायरिंग करवाई गई। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया है। इसके पीछे बड़े गैंग का हाथ है।
यमुनानगर में फायरिंग का आरोपी साहिल और गैंगस्टर वेंकट गर्ग।
यमुनानगर में गैंगस्टर हावी : हरियाणा के यमुनानगर जिले के सढौरा कस्बे में शनिवार रात उस समय दहशत फैल गई, जब बाइक सवार बदमाशों ने एक इमिग्रेशन सेंटर संचालक के घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस वारदात में घर की रेलिंग, शीशों और दीवारों पर गोलियों के निशान मिले हैं। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर बदमाशों की तलाश शुरू की और रविवार को हिसार के बरवाला निवासी एक आरोपी साहिल को काबू कर लिया। आरोपी पीछा करने के दौरान बाइक से गिरकर घायल हो गया और उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। फायरिंग की जिम्मेदारी वेंकट गर्ग गैंगस्टर ने ली है।
घर पर छह राउंड फायरिंग
पुलिस के अनुसार, शनिवार देर रात करीब 11 बजे दो युवक बाइक पर सवार होकर कस्बे के कच्चा किला इलाके में पहुंचे। दोनों ने हेलमेट पहन रखा था। वे सीधे इमिग्रेशन सेंटर संचालक नीरज कुमार के घर के बाहर आए और वहां पिस्टल निकालकर लगातार गोलियां दाग दीं। चश्मदीदों का कहना है कि गोलियों की आवाज इतनी तेज थी कि मोहल्ले के लोग घरों में दुबक गए। इस दौरान बदमाशों ने कुल 6 राउंड फायरिंग की। दो गोलियां घर की रेलिंग में, दो ऊपरी मंजिल की खिड़कियों पर और बाकी दीवार पर जा लगीं।
पुलिस ने छह टीमों का गठन किया
वारदात के वक्त नीरज घर पर नहीं थे। वह दिल्ली गए हुए थे। लेकिन घर के भीतर उनके पिता, ताऊ, चाचा और महिलाएं समेत करीब आठ सदस्य मौजूद थे। गनीमत यह रही कि कोई भी व्यक्ति इस हमले में घायल नहीं हुआ। गोलियों की आवाज सुनते ही आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सढौरा थाना पुलिस और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल रात को ही मौके पर पहुंचे। पुलिस ने इलाके की नाकेबंदी की और सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। बदमाशों की तलाश के लिए छह विशेष टीमों का गठन किया गया। देर रात दो बजे तक तलाशी अभियान चला और फिर रविवार सुबह भी खेतों और गन्ने की फसलों में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इसी दौरान आरोपी साहिल पुलिस की पकड़ में आ गया।
गैंगस्टर वेंकट ने ली जिम्मेदारी
इस फायरिंग की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने ली है। उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि यह हमला उसी के इशारे पर हुआ है। वेंकट ने पोस्ट में कहा कि इमिग्रेशन सेंटर मालिक नीरज ने कई लोगों से पैसे लेकर धोखाधड़ी की और उनके भाइयों का पैसा हड़प लिया। वेंकट ने दावा किया कि पुलिस ने उसके साथी साहिल को पकड़ा है, लेकिन उसके पास कोई हथियार नहीं मिला। उसने चेतावनी दी कि पुलिस उसके खिलाफ कोई गलत कार्रवाई न करे।
रंगदारी का खुलासा
पुलिस जांच में सामने आया है कि वेंकट ने कुछ दिन पहले नीरज से 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। 22 अगस्त और 24 अगस्त को फोन व वॉयस मैसेज के जरिए धमकी दी गई थी। नीरज ने इस बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। 27 अगस्त को उसे मैसेज मिला था कि अब उसका काम तमाम कर दिया जाएगा। इसके कुछ दिन बाद ही घर पर फायरिंग की वारदात हो गई। थाना प्रभारी का कहना है कि यदि पीड़ित समय रहते पुलिस को सूचित कर देता तो यह घटना टल सकती थी।
BSP नेता की हत्या से चर्चा में आया था वेंकट गर्ग
अंबाला में बसपा नेता हरबिलास की हत्या के बाद गैंगस्टर वेंकट गर्ग का नाम 29 जनवरी 2025 को चर्चा में आया था। उसने पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी ली थी। वेंकट गर्ग अंबाला के नारायणगढ़ का रहने वाला है और लॉरेंस बिश्नोई व काला राणा गैंग के साथ काम कर चुका है। उस पर 12 से अधिक केस दर्ज हैं। वेंकट ने यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के भाई राजिंदर सिंह के ऑफिस में घुसकर भी फायरिंग की थी। उसने अंबाला सेंट्रल जेल में वार्डन पर पेचकस से जानलेवा हमला किया था।