यमुनानगर में बदमाश का यूपी जैसा अंजाम: फायरिंग के आरोपी बदमाश को टूटे पैर में ही घिसटाते हुए निशानदेही को लाई पुलिस

हरियाणा में लगातार बढ़ रहे क्राइम पर लगाम लगाने के लिए अब पुलिस भी यूपी जैसी सख्ती दिखा रही है। यमुनानगर में फायरिंग के एक मामले में आरोपी को टूटे पैर में ही जमीन पर घिसटाते हुए पुलिस मौकास्थल पर लेकर आई ताकि सभी बदमाशी का अंजाम देख सके।

Updated On 2025-09-23 05:08:00 IST

यमुनानगर में जमीन पर बैठा फायरिंग का आरोपी और गैंगस्टर वेकंट गर्ग। 

यमुनानगर में बदमाश का यूपी जैसा अंजाम : हरियाणा के यमुनानगर में भी बदमाशों के अंजाम का यूपी जैसा नजारा देखने को मिला। यमुनानगर के सढौरा थाना क्षेत्र में इमिग्रेशन सेंटर संचालक के घर पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने के मामले में पुलिस ने आरोपी को पकड़कर उससे मौके की निशानदेही करवाई। आरोपी का पैर टूटा हुआ था और प्लास्टर चढ़ा था। इसके बावजूद उसे पुलिस सुरक्षा में वारदात स्थल पर ले जाया गया। इस दौरान बदमाश घिसट-घिसटकर चलता रहा और आसपास खड़े लोग उसे देखने के लिए इकट्ठा हो गए। यूपी में ही इस तरह बदमाशों की दुर्गति देखने को मिल रही थी। अब हरियाणा में भी ऐसे केस देखने में आ रहे हैं।

गैंगस्टर वेंकट के कहने पर चली थीं गोलियां

गिरफ्तार आरोपी साहिल हिसार जिले के बरवाला कस्बे का रहने वाला है। उसने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि फायरिंग का आदेश उसे गैंगस्टर वेंकट ने दिया था। वेंकट ने उसे लालच दिया था कि वारदात पूरी करने के बाद उसे विदेश, खासतौर पर जर्मनी भेज दिया जाएगा। इसी लालच में साहिल और उसके एक साथी ने 13 सितंबर की रात वारदात को अंजाम दिया।

बाइक पर आए थे दोनों बदमाश

घटना की रात दोनों हमलावर बाइक पर सवार होकर कच्चा किला इलाके में पहुंचे थे। उन्होंने हेलमेट पहन रखा था ताकि पहचान न हो सके। जब वे इमिग्रेशन सेंटर मालिक नीरज कुमार के घर के बाहर पहुंचे तो हथियार निकालकर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। फायरिंग के दौरान करीब छह गोलियां चलीं। इनमें से दो घर की रेलिंग पर, दो ऊपर बने चौबारे की खिड़की पर और बाकी गोलियां दीवार पर लगीं। उस समय घर के अंदर नीरज मौजूद नहीं थे, वे दिल्ली गए हुए थे। लेकिन घर में उनके पिता, ताऊ, चाचा और महिलाएं मौजूद थीं। अचानक हुई गोलियों की बौछार से घर का माहौल दहशत से भर गया।

पुलिस ने अगले ही दिन आरोपी को पकड़ा

घटना की सूचना मिलते ही एसपी कमलदीप गोयल और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचे। सघन जांच शुरू हुई और अगले ही दिन 14 सितंबर को पुलिस ने हिसार निवासी साहिल को पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान साहिल बाइक पर भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन गिरकर उसका पैर टूट गया। इसी वजह से उसे अस्पताल में उपचार भी दिया गया।

सोशल मीडिया से बना गैंगस्टर से संपर्क

साहिल ने पुलिस को बताया कि करीब सात महीने पहले उसकी दोस्ती एक युवक से हुई थी। दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए गैंगस्टर वेंकट से संपर्क साधा। वेंकट ने कहा कि यदि वे लोग इमिग्रेशन सेंटर मालिक को डराने के लिए गोलियां चला देंगे तो उन्हें विदेश भेजने की पूरी व्यवस्था कर दी जाएगी। इसी वादे के चलते साहिल ने अपराध की राह चुन ली।

गैंगस्टर ने मांगी थी 30 लाख रंगदारी

इमिग्रेशन सेंटर मालिक नीरज के पिता जनकराज ने बताया कि फायरिंग से पहले उनके बेटे को गैंगस्टर वेंकट की तरफ से फोन आया था। फोन पर उससे 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। नीरज ने इस धमकी को नजरअंदाज किया और न ही परिवार को बताया। इसके कुछ ही दिनों बाद गैंग ने घर के बाहर गोलीबारी कर दी। जनकराज ने कहा कि वे आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।

बीएसपी नेता की हत्या से चर्चा में आया था वेंकट

अंबाला निवासी गैंगस्टर वेंकट गर्ग अंबाला के बीएसपी नेता हरबिलास की 29 जनवरी 2025 को हत्या के बाद चर्चा में आया था। उसने सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पहले वह लॉरेंस और काला राणा गैंग के साथ जुड़ा हुआ था। इसके बाद उसने अपनी गैंग बना ली और रंगदारी मांगने लगा। 

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