6 लोग यमुना में डूबे: गंगा दशहरा पर स्नान करने गए लोगों के साथ यमुनानगर में भीषण हादसा, पुजारी और पत्नी भी शामिल
डूबने वालों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं। दो महिलाओं को डूबता देख उन्हें बचाने के प्रयास में पास में नहा रहे दो पुरुष भी गहरे पानी में चले गए। मंदिर के पुजारी और उनकी पत्नी भी बचाने कूदे, लेकिन वे भी डूब गए।
यमुनानगर में गंगा दशहरा के पावन पर्व पर एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। गुरुवार दोपहर को यमुना नदी के घाट पर स्नान करते समय छह लोग गहरे पानी में डूब गए, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। इस दुखद हादसे में एक मंदिर के पुजारी और उनकी पत्नी भी डूबने वालों में शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया, हालांकि अभी तक डूबे हुए व्यक्तियों की तलाश जारी है।
दो महिलाओं को बचाने में डूबे चार अन्य
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह हादसा यमुनानगर में यमुना किनारे बने हनुमान मंदिर घाट पर सिटी सेंटर के पीछे दोपहर करीब 1:30 बजे हुआ। कुछ महिलाएं और पुरुष नदी में स्नान कर रहे थे। इसी दौरान दो महिलाएं यमुना घाट पर बनी रेलिंग के आगे निकल गईं और कुछ ही देर में गहरे पानी में जाने लगीं। देखते ही देखते वे डूबने लगीं। इन दो महिलाओं को डूबता देख, पास में स्नान कर रहे दो पुरुष उन्हें बचाने के लिए तुरंत पानी में कूद गए। लेकिन दुर्भाग्यवश, वे भी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। इस तरह, शुरुआती पल में चार लोग एक साथ पानी में संघर्ष करते हुए दिखाई दिए।
पुजारी और पत्नी भी बचाने कूदे, लेकिन खुद भी डूबे
दो महिलाओं और दो पुरुषों को यमुना में डूबते देख, घाट पर हड़कंप मच गया और लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। यह शोर सुनकर पास ही के मंदिर के पुजारी और उनकी पत्नी भी मौके पर पहुंचे। मानवता और सेवा की भावना से प्रेरित होकर, उन्होंने बिना किसी संकोच के डूब रहे व्यक्तियों को बचाने के लिए यमुना घाट में छलांग लगा दी। लेकिन, पानी का बहाव और गहराई का अंदाजा न लगा पाने के कारण, पुजारी और उनकी पत्नी भी दुर्भाग्यवश उन लोगों को बचा नहीं पाए और खुद भी पानी में डूब गए। इस तरह, कुल छह लोग इस दुखद हादसे का शिकार हो गए। यह घटना गंगा दशहरा के पवित्र दिन को एक शोकपूर्ण और अविस्मरणीय त्रासदी में बदल गई है।
राहत एवं बचाव कार्य जारी
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। गोताखोरों की मदद से डूबे हुए व्यक्तियों की तलाश और बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। पुलिस ने घाट पर सुरक्षा घेरा बना दिया है और लोगों को गहरे पानी में जाने से रोका जा रहा है।