IPS सुसाइड केस: SP को हटाने पर भी गुस्सा, सड़कों पर उतरे लोग, भीमसेना ने कहा- हरियाणा का सांस रोक देंगे
रोहतक में भीमसेना और अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों ने SP आवास का घेराव किया और अंबेडकर चौक पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने बिजारणिया समेत सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
रोहतक के अंबेडकर चौक पर नारेबाजी करते लोग।
हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या का मामला अब केवल एक प्रशासनिक त्रासदी नहीं रहा, बल्कि पूरे प्रदेश में राजनीतिक और सामाजिक विरोध का केंद्र बन गया है। रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया को पद से हटाए जाने के बावजूद, अनुसूचित जाति वर्ग और विपक्षी दल न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं।
रोहतक में एसपी आवास पर हंगामा
मामले में रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया पर IPS पूरन कुमार को भ्रष्टाचार के झूठे केस में फंसाने का गंभीर आरोप लगा था। इसके विरोध में शनिवार को रोहतक में भीमसेना और अनुसूचित जाति से जुड़े विभिन्न संगठनों ने बड़ा प्रदर्शन किया।
• जुलूस और प्रदर्शन: मानसरोवर पार्क में एकत्रित होने के बाद, प्रदर्शनकारियों का जुलूस अशोका चौक से होता हुआ SP आवास के बाहर पहुंचा।
• नारेबाजी और घेराव: भारी सुरक्षाबल की मौजूदगी के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने SP आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की और SP की गिरफ्तारी की मांग की।
• धरना और ज्ञापन: इसके बाद प्रदर्शनकारी अंबेडकर चौक पहुंचे और सड़क पर धरना दिया। पुलिस से बहस के बावजूद वे डटे रहे, जिसके बाद SDM आशीष कुमार ने मौके पर पहुंचकर उनका ज्ञापन लिया।
प्रदर्शनकारियों ने, जिनमें रिटायर्ड प्रिंसिपल संतोष और बिजली बोर्ड से रिटायर्ड रामकुमार रंगा जैसे लोग शामिल थे, इसे जातिगत दुर्भावना से प्रेरित अमानवीय फैसला बताया। उन्होंने कहा कि एक बड़े अधिकारी को भी जातिवाद का शिकार होना पड़ा, जो दिखाता है कि समाज अंदर ही अंदर सड़ने लगा है।
सरकार का एक्शन और विवादित बयान
जनता के बढ़ते आक्रोश के बीच सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए रोहतक के SP नरेंद्र बिजारणिया को उनके पद से हटा दिया। उनकी जगह IPS अधिकारी सुरेंद्र सिंह भौरिया को नया SP नियुक्त किया गया है। हालांकि, यह कार्रवाई भी आक्रोश को शांत नहीं कर पाई। भीमसेना के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर का एक बेहद विवादित वीडियो संदेश सामने आया है। उन्होंने धमकी दी है कि यदि आरोपी आईपीएस और आईएएस अधिकारियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे पूरे राज्य का 'सांस लेना बंद' कर देंगे। यह बयान मामले में तनाव को और बढ़ा सकता है।
विपक्षी दल और युवा कांग्रेस की मांग
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कांग्रेस इस मुद्दे को पूरे राज्य में भुना रही है।
• रोष प्रदर्शन: कांग्रेस प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर रोष प्रदर्शन कर रही है। पानीपत में भी भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
• दीपेंद्र हुड्डा की मुलाकात: कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने IPS पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
• युवा कांग्रेस की मांग: हरियाणा युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निशित कटारिया और मीडिया चेयरमैन प्रदीप यादव ने इस घटना को प्रशासनिक तंत्र की विफलता बताया। उन्होंने मांग की कि इस मामले की SIT जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराई जाए, ताकि जांच पर कोई दबाव न पड़े और निष्पक्षता बनी रहे।
नारनौल में वकीलों ने कैंडल मार्च निकाला
नारनौल में वकीलों ने भी कैंडल जलाकर न्याय की मांग की। भिवानी में प्रदर्शनकारियों ने इस घटना को चीफ जस्टिस बीआर गंवई पर जूता फेंकने की घटना से जोड़ते हुए, दलित अधिकारियों के मानसिक उत्पीड़न का परिणाम बताया। यह घटना यह सवाल खड़ा करती है कि क्या सरकार द्वारा एक अधिकारी को हटाने की कार्रवाई से जनता और पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाएगा, या यह आक्रोश और बड़े आंदोलन का रूप लेगा। फिलहाल, पूरे हरियाणा में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
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