जमीनी विवाद में जानलेवा हमला: प्रॉपटी डीलर के ऑफिस में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग, 2 युवकों को लगी कई गोलियां

रेवाड़ी में प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में घुसकर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

Updated On 2024-08-23 17:16:00 IST
रेवाड़ी में घटनास्थल पर जांच करती पुलिस।

रेवाड़ी: पटौदी रोड पर शुक्रवार दोपहर दुर्गा कॉलोनी व आसपास के एरिया के लोग उस समय बुरी तरह सहम गए, जब दो बाइकों पर आए चार-पांच बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। ऑफिस में बैठे तीन युवकों में से दो को कई गोलियां लगीं। उनमें से एक ही हालत गंभीर बनी हुई है। बदमाशों ने लगभग 12 राउंड गोलियां चलार्इ। एक युवक को दो व दूसरे को 6 गोलियां लगी हैं। घटना के बाद डीएसपी पवन कुमार, एसएचओ सदर रजनीश कुमार, सीआईए प्रभारी सुमेर सिंह व सीन ऑफ क्राइम टीम मौके पर पहुंची। सीआईए ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम बनाकर उन्हें संभावित ठिकानों पर दबिश देने के लिए रवाना कर दिया।

टैंट लगाकर बनाया हुआ था ऑफिस

दुर्गा कॉलोनी निवासी सचिन यादव ने आईटीआई के सामने खाली जमीन पर टैंट लगाकर प्रॉपर्टी डीलिंग का ऑफिस बनाया हुआ है। उसके ऑफिस में शुक्रवार दोपहर उसके दोस्त झज्जर के साल्हावास निवासी रविकांत छावड़ी व गोकलगढ़ निवासी योगेश सैनी सहित तीन युवक बैठे हुए थे। सचिन ऑफिस से कुछ दूरी पर अपना कुत्ता घुमा रहा था। इसी दौरान दो बाइकों पर चार-पांच युवक आए। उनमें से दो ऑफिस के अंदर घुस गए। इन लोगों ने पिस्तोल से अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया। दनादन गोलियों की आवाज से पूरा इलाका दहल उठा। इससे पहले कि सचिन ऑफिस की ओर दौड़ा, दोनों बदमाश बाइकों पर बैठकर फरार हो गए। ऑफिस में देखा तो योगेश और रविकांत गोलियां लगने से घायल हो चुके थे। योगेश को पेट, गर्दन और पैर पर 6 गोलियां लगी हैं, जबकि रविकांत को दो गोलियां दोनों हाथों में लगी हैं।

जमीनी विवाद में दिया वारदात को अंजाम

बताया जा रहा है कि गोलीकांड जमीनी विवाद के चलते पैदा हुई रंजिश का परिणाम है। पहले भी दो पक्षों के बीच झगड़ा हो चुका है। सचिन के अनुसार गोली चलाने वाले लोगों में से कुछ को वह जानता है। इनमें मोहित, विक्की, सुधीर, नितिन व कृष्ण शामिल हैं। गोली चलने की सूचना मिलने के बाद डीएसपी पवन कुमार व सदर थाना एसएचओ रजनीश के साथ सीआईए इंचार्ज सुमेर सिंह मौके पर पहुंच गए। सीन ऑफ क्राइम टीम को भी मौके पर बुलाया गया।

दबोचने के लिए पुलिस की नाकेबंदी

फायरिंग की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों को काबू करने के लिए नाकेबंदी कर दी। इसके बावजूद शाम तक आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर थे। सीआईए प्रभारी सुमेर सिंह ने उन्हें काबू करने के लिए अपनी टीमों को संभावित ठिकानों पर दबिश देने के लिए रवाना कर दिया। डीएसपी पवन कुमार के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

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