VIP मोबाइल नंबर के नाम पर 1.8 लाख ठगे : पंचकूला के युवक को ठगने वाला जालसाज लुधियाना से दबोचा गया 

शिकायत मिलने के बाद साइबर पुलिस हरकत में आई। तकनीकी जांच, मोबाइल नंबर की लोकेशन और बैंक ट्रांजैक्शन की डिटेल के आधार पर आरोपी को पंजाब के लुधियाना से दबोच लिया गया।

Updated On 2025-04-25 15:53:00 IST
पुलिस की गिरफ्त में लुधियाना से गिरफ्तार आरोपी।

VIP मोबाइल नंबर के नाम पर 1.08 लाख ठगे : हरियाणा के पंचकूला से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने ऑनलाइन ठगी के नए तरीकों की पोल खोल दी है। इस बार ठगी का जरिया बना एक आकर्षक ऑफर VIP मोबाइल नंबर। एक व्यक्ति को इस लालच में ऐसा फंसाया गया कि वह 1.08 लाख रुपये गवां बैठा।

शिकायत के मुताबिक पंचकूला के सेक्टर 15 निवासी व्यक्ति को किसी अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को एक मोबाइल नेटवर्क कंपनी का एजेंट बताया और कहा कि वह उन्हें खास वीआईपी मोबाइल नंबर दिलवा सकता है। नंबर को लेकर व्यक्ति की दिलचस्पी देखकर ठग ने किस्तों में पैसे ट्रांसफर करवाने शुरू किए। शुरुआत में छोटे-छोटे अमाउंट में ट्रांजैक्शन हुआ, जिससे पीड़ित को शक नहीं हुआ, लेकिन जैसे ही कुल रकम एक लाख से ऊपर पहुंची और न तो VIP नंबर मिला और न ही कॉल उठी, व्यक्ति को समझ आ गया कि वह ठगी का शिकार हो गया है। इसके बाद उसने तुरंत साइबर क्राइम थाना, पंचकूला में शिकायत दर्ज करवाई। 

लुधियाना से हुई गिरफ्तारी

शिकायत मिलने के बाद साइबर पुलिस हरकत में आई। तकनीकी जांच, मोबाइल नंबर की लोकेशन और बैंक ट्रांजैक्शन की डिटेल के आधार पर आरोपी को पंजाब के लुधियाना से दबोच लिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी एक शातिर साइबर ठग है और पहले भी कई ऑनलाइन फ्रॉड केस में संदिग्ध रहा है। 

तीन दिन का पुलिस रिमांड मंजूर

आरोपी को पंचकूला कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी के पीछे कोई बड़ा गिरोह तो नहीं है। इसके साथ ही, उसके बैंक अकाउंट और डिजिटल वॉलेट की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री खंगाली जा रही है ताकि अन्य पीड़ितों का भी पता लगाया जा सके। 

ठगी का नया तरीका सामने आया 

साइबर थाना प्रभारी के अनुसार ये नया तरीका सामने आया है जिसमें लोगों को VIP मोबाइल नंबर के नाम पर झांसा देकर ठगी की जा रही है। कई बार लोग सोचते हैं कि अच्छा नंबर स्टेटस का प्रतीक है और इसी लालच में फंस जाते हैं। पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें, विशेषकर जब बात पैसों की हो। यदि कोई व्यक्ति खुद को किसी कंपनी का प्रतिनिधि बताकर आकर्षक ऑफर दे रहा हो, तो पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन पर कॉल कर पुष्टि करें।

ऑनलाइन फ्रॉड का नया चेहरा

यह मामला उन तमाम साइबर ठगियों में से एक है जो हर दिन नए-नए बहानों और तकनीकों के जरिए लोगों की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं। पहले यह ठगी क्रेडिट कार्ड या KYC अपडेट के नाम पर होती थी, अब यह ट्रेंड VIP नंबर, इनामी लॉटरी या फर्जी नौकरी के रूप में बदल चुका है। 

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