हरियाणा में बाढ़ का विकराल रूप: 2748 गांव जलमग्न, नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पार
मुख्यमंत्री नायब सैनी स्थिति का जायजा लेने और बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले हैं। सरकार ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और किसानों के लिए फसल क्षति की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एक ई-पोर्टल खोला है।
हथिनीकुंड बैराज से यमुना में बहता पानी।
हरियाणा में भारी बारिश और नदियों के उफान ने कहर बरपा रखा है। प्रदेश के 20 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, जिससे 2,748 गांवों पर इसका सीधा असर पड़ा है। यमुना, घग्गर और मारकंडा जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
यमुना, घग्गर और मारकंडा का डेंजर लेवल पार
प्रदेश की प्रमुख नदियां जिनमें यमुना, घग्गर और मारकंडा शामिल हैं अब खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर सुबह 8 बजे 2,26,433 क्यूसेक दर्ज किया गया, जिससे 12 गांवों में बाढ़ आ गई है और 270 से ज्यादा मकान पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं। वहीं, कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा नदी अभी भी खतरे के निशान 256 मीटर से 0.15 मीटर ऊपर बह रही है, हालांकि जलस्तर में थोड़ी कमी देखी गई है। सुबह 5:30 बजे यहां 30,445 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया।
कैथल और सिरसा में भी घग्गर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कैथल में यह 23.6 फीट तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 6 इंच ज्यादा है। सिरसा के ओटू हेड पर भी जलस्तर में 4,000 क्यूसेक की बढ़ोतरी हुई है। इन नदियों का पानी खेतों और गांवों में घुस रहा है, जिससे कृषि और जनजीवन दोनों प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री का दौरा और सरकारी राहत कार्य
हालात की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री नायब सैनी आज कुरुक्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। वे पिहोवा, झांसा, शाहाबाद और लाडवा में जलभराव का जायजा लेंगे और प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका हाल जानेंगे। राज्य सरकार ने बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए ई-क्षति पोर्टल खोल दिया है ताकि वे अपनी फसलों के नुकसान का ब्यौरा दर्ज करा सकें। हिसार में 276 गांवों की लाखों एकड़ फसलें तबाह हो गई हैं।
राहत और बचाव कार्यों के लिए, घग्गर के आसपास के गांवों में जेसीबी और अन्य मशीनें 24 घंटे तैनात कर दी गई हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल मदद पहुंचाई जा सके।
मौसम की स्थिति और आगे की चुनौतियां
मौसम विभाग (IMD) ने आज 20 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है। हालांकि, हिसार और फरीदाबाद में मौसम साफ रहने की उम्मीद है, 8 सितंबर को अंबाला, यमुनानगर और करनाल में हल्की से मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस बार प्रदेश में सामान्य से 48% अधिक बारिश हुई है। 5 सितंबर तक औसतन 370.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 546.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज़्यादा बारिश यमुनानगर और महेंद्रगढ़ में हुई है, जबकि सिरसा और भिवानी में कम बारिश हुई। यह लगातार हो रही बारिश और नदियों के उफान से उत्पन्न हुई स्थिति ने राज्य के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। सरकार और प्रशासन मिलकर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं, लेकिन नागरिकों को भी सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है।
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