Haryana police head constable Negligence: पुलिस वाले ने तीन मासूम भाइयों को कार से कुचला, नशे में होने का आरोप
हरियाणा के पलवल में एक पुलिस कर्मचारी ने कार से तीन मासूम भाइयों को कुचल दिया। ग्रामीणों ने उसके नशे में होने व वर्दी के रौब झाड़ने के आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया।
पलवल में बच्चों को कुचलने का आरोपी पुलिस कर्मचारी।
Haryana police head constable Negligence : हरियाणा के पलवल जिले के उटावड़ गांव में सोमवार को दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। आरोप है कि नूंह डीएसपी कार्यालय में रीडर के पद पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने तेज रफ्तार कार से तीन मासूम भाइयों को रौंद दिया। हादसे में दो मासूमों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरा बच्चा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने आरोपी को पकड़ लिया और पुलिस को सौंपा, लेकिन इसके बाद तनावपूर्ण हालात बन गए। ग्रामीणों का आरोप है कि आरोपी पुलिस कर्मचारी नशे में थे और उल्टा धौंस जमा रहा था। ग्रामीण अपने सामने ही उसका मेडिकल टेस्ट करवाने पर काफी देर तक अड़े रहे।
स्कूल से लौट रहे थे तीनों मासूम भाई
जानकारी के मुताबिक, उटावड़ गांव निवासी शाहबुद्दीन के तीनों बेटे 5 वर्षीय अयान, 7 वर्षीय अहसान और 9 वर्षीय अरजान पास के निजी गरीबा पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। सोमवार को छुट्टी के बाद तीनों बच्चे पैदल घर लौट रहे थे। इसी दौरान होडल-नूंह रोड पर सामने से आ रही तेज रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अयान और अहसान की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बड़ा बेटा अरजान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे पहले नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत नाजुक देखते हुए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
भाग रहे आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ा
मृतक बच्चों के पिता शाहबुद्दीन का आरोप है कि यह हादसा हरियाणा पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत नरेंद्र कुमार ने किया। आरोप है कि वह नशे में धुत था। टक्कर मारने के बाद आरोपी मौके से गाड़ी भगा ले जाने की कोशिश करने लगा। आसपास मौजूद ग्रामीणों ने करीब आधा किलोमीटर तक आरोपी का पीछा किया और उसकी गाड़ी को रोककर उसे पकड़ लिया। इस दौरान नरेंद्र कथित तौर पर ग्रामीणों से उलझ पड़ा और पुलिस की वर्दी का रौब दिखाने लगा।
आरोपी को बचाने के शक में भड़के लोग
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी का पीछा किया। उनका कहना था कि आरोपी का मेडिकल उनके सामने ही होना चाहिए, वरना पुलिस उस पर लीपापोती कर सकती है। ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी का वीडियो बनाया और आगे जाकर सड़क पर कई मोटरसाइकिल खड़ी कर रास्ता रोक दिया। काफी देर तक पुलिस और लोगों के बीच बहस होती रही। अंततः पुलिस को आरोपी के साथ-साथ पीड़ित परिजनों को भी थाने ले जाना पड़ा। हालात को देखते हुए आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और गांव में तैनात कर दिया गया।
आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया
उटावड़ थाना प्रभारी रेणु ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी का नाम नरेंद्र है और वह बहीन थाना क्षेत्र के गांव पहाड़ी का रहने वाला है। घटना के समय वह नूंह से अपने गांव लौट रहा था। होडल-नूंह रोड पर ही बच्चों से यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। गाड़ी को भी कब्जे में ले लिया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं। नशे की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकती है। इससे पहले कुछ नहीं कहा जा सकता।