नशे के खिलाफ HSNCB का एक्शन: 10.43 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त, 422 ड्रग तस्कर काबू

HSNCB हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए पिछले 10 माह में 422 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कर ड्रग तस्करों की 10.43 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त कर तस्करों को बड़ा संदेश दिया है।

Updated On 2025-11-07 19:29:00 IST

अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते HSNCB महानिदेशक ओपी सिंह। 

हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लक्ष्य की दिशा में हरियाणा राज्य नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (HSNCB) ने नशा तस्करों के ऑनलाइन नेटवर्क और उनके आर्थिक ढांचे पर निर्णायक कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस महानिदेशक (HSNCB) श्री ओ.पी. सिंह (IPS) की अध्यक्षता में हुई पाँचवीं द्विमासिक समीक्षा बैठक में स्पष्ट किया गया कि अब हरियाणा पुलिस सिर्फ मादक पदार्थों की बरामदगी तक सीमित नहीं रहेगी , बल्कि ड्रग तस्करी के स्रोत, नेटवर्क और फंडिंग चैनलों को भी पूरी तरह खत्म किया जाएगा।

रणनीतिक सांझेदारी

बैठक में आने वाले महीनों के लिए कई प्राथमिकताएँ तय की गईं। इनमें ड्रग तस्करी के साइबर नेटवर्क और ऑनलाइन लेन-देन पर निगरानी बढ़ाना, राज्य और केंद्र स्तर पर इंटर-एजेंसी समन्वय को मजबूत करना, मनी ट्रेल की गहन जांच करना और गांव-गांव जागरूकता अभियान चलाकर युवाओं को नशे से बचाने के प्रयास शामिल हैं। साथ ही, प्रत्येक यूनिट के कार्य की मासिक समीक्षा और प्रोत्साहन आधारित मूल्यांकन प्रणाली को भी लागू किया जाएगा।

HSNCB की कार्रवाई

HSNCB ने इस साल जनवरी से अक्टूबर तक 232 एफआईआर दर्ज कीं और 422 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से 63 मामले वाणिज्यिक मात्रा (Commercial Quantity) के हैं, जो प्रदेश भर में दर्ज किए गए कुल वाणिज्यिक मात्रा के मामलों का लगभग 16.22 प्रतिशत हैं। नशीले पदार्थों की बरामदगी में ब्यूरो ने विशेष रूप से फार्मा ड्रग्स, अफीम, पोपी स्ट्रॉ और चरस जैसे पदार्थों की जब्ती में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ब्यूरो पारंपरिक ड्रग्स के साथ-साथ नए उभरते खतरों पर भी कड़ी नजर रख रहा है। 2020 से अब तक HSNCB द्वारा 1712 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 2994 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 264 वाणिज्यिक मात्रा (CQ), 1051 अंतरिम मात्रा (IQ) और 397 छोटी मात्रा (SQ) के मामले शामिल हैं। जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच पूरे हरियाणा में 3007 NDPS केस दर्ज हुए, जिनमें 5378 आरोपी गिरफ्तार हुए। इन मामलों में से 63 CQ मामले HSNCB द्वारा दर्ज किए गए, जो पूरे हरियाणा में वाणिज्यिक मात्रा के मामलों की कुल संख्या का 16.22 प्रतिशत है।

अंतरराज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई

हरियाणा पुलिस ने ड्रग तस्करी के अंतरराज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क पर भी कड़ी कार्रवाई की है। जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच कुल 436 अंतरराज्यीय तस्करों और 27 अंतर्राष्ट्रीय नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। अंतरराज्यीय गिरफ्तारियों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से सबसे अधिक तस्कर पकड़े गए, जबकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाइजीरिया के 22 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। नशा तस्करी के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई को भी पुलिस ने प्राथमिकता दी है। वर्ष 2025 में अब तक 62 मामलों में PITNDPS एक्ट के तहत अपराधियों को हिरासत में लेने के आदेश पारित किए गए हैं। इनमें सबसे अधिक आदेश डबवाली, कैथल और फतेहाबाद जिलों से जारी किए गए, जो पुलिस की निरंतर कार्रवाई और प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

अवैध संपत्ति की जब्ती और फ्रीजिंग

नशा तस्करों की अवैध कमाई पर प्रहार करते हुए, NDPS एक्ट की धारा 68F के तहत वर्ष 2025 में अब तक 104 नशा तस्करों की ₹10.43 करोड़ से अधिक मूल्य की संपत्तियाँ जब्त और फ्रीज की गई हैं। यह कार्रवाई ड्रग तस्करी के आर्थिक ढांचे को कमजोर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ साथ वर्ष 2022 से 2025 के बीच कुल 113 ऐसी अवैध संपत्तियों की पहचान कर उन्हें नष्ट किया गया, जिन संपतियों को नशा तस्करों के द्वारा अवैध रूप से अर्जित किया गया है। यह कार्यवाही नशा तस्करों के खिलाफ लगातार जारी रहेगी। जनवरी 2025 से अक्टूबर 2025 तक पूरे हरियाणा में 1185 NDPS केसों में से 575 मामलों में आरोपियों को सजा सुनाई गई यह लगातार और प्रभावी जांच की बड़ी उपलब्धि है।

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