नायब सैनी का ऐलान: ज्योतिसर गीता स्थली को बनाएंगे विश्व का सबसे दर्शनीय एतिहासिक स्थल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ज्योतिसर अनुभव केन्द्र का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए विरासत को बेहतर ढंग से सहेजने व महाभारत की थीम पर प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश।
कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर अनुभव केंद्र का निरीक्षण करते सीएम।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की सांस्कृतिक विरासत को मजबूती मिली है। इसी विरासत को सहेजने के लिए सरकार की तरफ से ज्योतिसर में महाभारत थीम पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। इसके तहत गीता स्थली ज्योतिसर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करते हुए विश्व का सबसे दर्शनीय ऐतिहासिक स्थल बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जिला कुरुक्षेत्र में ज्योतिसर तीर्थ स्थित अनुभव केंद्र का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को आवश्चक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अनुभव केंद्र में स्वागत कक्ष, महाकाव्य का सृजन कक्ष, प्राचीन महाभारत, कुरु वंशावली, गीता श्लोक, कृष्ण भूमिका, दशव अवतार सहित अन्य कक्षों का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पर्यटकों को होंगे इतिहास के जीवंत दर्शन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि ज्योतिसर अनुभव केंद्र में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को कुरुक्षेत्र के इतिहास के जीवंत दर्शन होंगे। इसके लिए सरकार अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रही है। हमने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे विरासत को सही ढंग से सहेजने और ज्योतिसर के महाभारत थीम पर आधारित थी तैयार करने के निर्देश दिए है। गीता स्थली कुरुक्षेत्र का हरियाणा व देश के लिए ही नहीं, बल्कि विश्व के लिए खास महत्व है। जिसे बेहतर ढंग से सेहजकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
भगवान श्रीकृष्ण ने दिया था गीता का उपदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से गीता के उपदेश दिए। इस पावन धरा के इतिहास को जहन में रखते हुए सरकार की तरफ से ज्योतिसर में विकास कार्यों को तेज गति के साथ किया जा रहा है। इसलिए संबंधित अधिकारी विकास कार्यों को तय समय सीमा में पूरा करें। विरासत एवं पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन ने मुख्यमंत्री को पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से अनुभव केंद्र की बारीकियों से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि तमाम विकास कार्यों को जल्द पूरा किया जाए ताकि ज्योतिसर अनुभव केन्द्र में पर्यटक महाभारत और कुरुक्षेत्र के इतिहास के दर्शन कर सकें। इस मौके पर पूर्व मंत्री सुभाष सुधा, सूचना, जनसंपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, महानिदेशक के. मकरंद पांडुरंग, पर्यटन विभाग के निदेशक डॉ. शालीन, डीसी विश्राम कुमार मीणा, केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा मौजूद रहे।
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