नूंह में तनाव: दो युवकों के झगड़े ने लिया सांप्रदायिक रंग, दुकानों में आग, 10 घायल

हरियाणा के नूंह में दो युवकों के बीच मामूली झगड़े ने सांप्रदायिक रंग ले लिया। दो पक्षों के बीच भड़की हिंसा में दुकानों को फूंक दिया गया। इसमें 10 लोग घायल हो गए।

Updated On 2025-08-12 22:10:00 IST

नूंह के फिरोजपुर झिरका में भड़की हिंसा में फूंकी गईं दुकानें व मौजूद पुलिस बल। 

नूंह में तनाव : हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका इलाके में मंगलवार शाम एक मामूली विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया और भयंकर हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। यह घटना गांव मुड़ाका में हुई जहां दो पक्षों के बीच शुरू हुई मामूली बहस पथराव, आगजनी और मारपीट तक पहुंच गई। झड़प में दस लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए बड़ी संख्या में बल तैनात किया है और आसपास के थानों की मदद भी ली गई। नूंह के एसपी राजेश कुमार ने दावा किया है कि अभी स्थिति नियंत्रण में है और मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

मामूली विवाद से भड़क उठी हिंसा

मामला उस वक्त शुरू हुआ जब गांव का युवक इसरा अपनी कार को सड़क के बीच रोककर उसमें कोल्ड ड्रिंक पी रहा था। इसी दौरान गांव का दूसरा युवक समय सिंह बाइक से वहां पहुंचा और इसरा से कार हटाने को कहा। इस बीच दोनों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि इसरा ने गुस्से में आकर कोल्ड ड्रिंक की बोतल समय सिंह के सिर पर दे मारी, जिससे उसका सिर फट गया और खून बहने लगा। इस घटना से गुस्साए समय सिंह ने अपने भाई को बुलाया, लेकिन घटनास्थल पर हालात बिगड़ते गए। इसरा ने समय के भाई पर फावड़ा से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हमले की खबर फैलते ही स्थानीय लोग भीड़ में जमा होने लगे और तनाव बढ़ने लगा। थोड़ी ही देर में यह विवाद सांप्रदायिक रंग लेने लगा।

छतों से पथराव और आगजनी

गांव के दोनों समुदाय के लोग अपनी-अपनी छतों पर चढ़कर एक-दूसरे पर पथराव करने लगे। कांच की बोतलें और पत्थर उड़ाने का सिलसिला शुरू हो गया, जिससे गांव का माहौल दहशत में बदल गया। करीब डेढ़ घंटे तक यह हिंसा चलती रही। इस दौरान इसरा के घर के बाहर खड़ी बाइक को आग के हवाले कर दिया गया। जवाब में इसरा के समर्थकों ने दूसरे समुदाय की दुकानों में आग लगा दी। इससे हजारों रुपए का नुकसान हुआ और आसपास के लोग डर के मारे घरों में बंद हो गए।

कई थानों की पुलिस ने संभाली स्थिति

स्थानीय पुलिस ने पहले समझाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ काबू में नहीं आई। स्थिति बिगड़ने पर नूंह जिले के पांच थानों की पुलिस के साथ-साथ राजस्थान बॉर्डर के थानों की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और स्थिति पर काबू पाया। हालांकि, इलाके में अभी भी तनाव बरकरार है।

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दोनों पक्षों के लोग हुए घायल

झड़प में घायल हुए लोगों में दो पक्षों के नाम शामिल हैं। चुन्नीलाल, गोपाल, लेखराज, वीर सिंह, फूलचंद, हंसराज एक ओर और खुर्शीद, फरहान व शाहबाज दूसरी ओर से घायल हुए हैं। इन सभी का इलाज फिरोजपुर झिरका के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिशें

गांव के सरपंच राम सिंह ने बताया कि यह विवाद शुरू में सामान्य था, लेकिन जल्द ही इसे सांप्रदायिक विवाद में बदलने की कोशिशें हुईं। इस वजह से झगड़ा और हिंसक हो गया। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव फैलाया है और लोगों में भय का माहौल बना दिया है।

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