यमुना खतरे के करीब: दो अंडरपास जलमग्न, हरियाणा में जनजीवन अस्त-व्यस्त

बारिश के बीच झज्जर में एक किन्नर का शव नहर से बरामद हुआ है, जिसकी पहचान की कोशिश जारी है। मौसम विभाग ने रोहतक, जींद, पानीपत और सोनीपत समेत चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

Updated On 2025-08-09 14:16:00 IST

फरीदाबाद में सड़क पर भरे पानी से होकर निकलता बाइक सवार। 

रक्षाबंधन पर हरियाणा के कई हिस्सों में आसमान से आफत बरस रही है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, करनाल, झज्जर, जींद और सोनीपत जैसे प्रमुख जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को पूरी तरह से ठप कर दिया है। सड़कों पर जलभराव, नदियों का बढ़ता जलस्तर और वाहनों के जाम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

जहां एक तरफ यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 2 फीट नीचे तक पहुंच गया है, वहीं दूसरी तरफ गुरुग्राम और फरीदाबाद में दो महत्वपूर्ण अंडरपास पानी में डूब गए हैं। इन घटनाओं ने न सिर्फ सड़कों पर लंबा जाम लगाया है, बल्कि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति का खतरा भी बढ़ा दिया है।

वाहनों की आवाजाही थम गई

हरियाणा के सबसे हाई-टेक शहर गुरुग्राम में भी भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। इफको चौक जैसे महत्वपूर्ण चौराहे पानी से लबालब भरे हुए हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही थम गई है। वहीं, फरीदाबाद में भी स्थिति कम गंभीर नहीं है। ओल्ड फरीदाबाद के अंडरपास में पानी भर जाने के कारण उसे पूरी तरह से बंद करना पड़ा है। प्रशासन ने यहां बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस तैनात कर दी है ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना को रोका जा सके। सोनीपत के गीता भवन से रेलवे रोड पर भी करीब 2 फीट तक पानी भर गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इन शहरों में पुलिस को सड़कों पर उतरकर ट्रैफिक संभालना पड़ रहा है, ताकि कम से कम अव्यवस्था फैले।

नदियों का बढ़ता जलस्तर और किसानों की चिंता

भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। फरीदाबाद में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 2 फुट नीचे तक पहुंच गया है, हालांकि प्रशासन का कहना है कि स्थिति अभी काबू में है। दूसरी ओर, सोनीपत के गांव भटगांव में बारिश का पानी खेतों में घुस गया है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। पानीपत के नौल्था गांव में जलभराव की वजह से कच्चे मकानों में दरारें आने की खबरें भी सामने आई हैं, जो ग्रामीण इलाकों में बारिश के गंभीर प्रभावों को दर्शाती हैं। किसानों का मानना है कि यह बारिश कुछ फसलों के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन सब्जी और अन्य संवेदनशील फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है।

झज्जर में मिला किन्नर का शव

इस बारिश और बाढ़ के बीच झज्जर के गांव अच्छेज में जेएलएन नहर से एक किन्नर का नग्न अवस्था में शव बरामद हुआ है। सुबह के समय खेतों की ओर जा रहे ग्रामीणों ने शव देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को नहर से निकालकर नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। शव पर एक टैटू बना हुआ है, जिसकी मदद से पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने किन्नर समाज को भी इस बारे में सूचित कर दिया है और मामले की जांच जारी है। यह घटना इस मुश्किल समय में और भी दुखद और चिंताजनक है।

महिलाएं और बच्चे बसों का इंतजार करते दिखे

रक्षाबंधन के पर्व पर भारी बारिश ने उन लोगों की मुश्किलों को भी कई गुना बढ़ा दिया है जो अपने भाई-बहनों से मिलने के लिए यात्रा कर रहे थे। झज्जर बस स्टैंड के पास कई महिलाएं और बच्चे बसों का इंतजार करते हुए दिखे, जिन्हें बारिश और जलभराव के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। सोनीपत के बस स्टैंड पर भी लोग बारिश से बचाव के लिए परेशान होते नजर आए। कुछ जगहों पर, जैसे कि झज्जर के छूछकवास कस्बे में, जलभराव के कारण एक कार फंस गई, जिससे लंबा जाम लग गया। इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि यह बारिश सिर्फ प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि एक सामाजिक और प्रशासनिक चुनौती भी है।

ऐतिहासिक बारिश, 1995 के रिकॉर्ड की याद ताजा

पानीपत के इसराना क्षेत्र में हुई बारिश ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इतनी भारी बारिश पिछली बार वर्ष 1995 में देखी गई थी। इसराना क्षेत्र में घरों और गलियों में पानी भर गया है और कई कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और आवश्यक कदम उठा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। 

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