ट्रांसफर के नाम पर ठगी: केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का फर्जी PA बन SSB जवान ने पुलिस वाले को ठगा
हरियाणा के रेवाड़ी के SSB जवान पर जब 50 लाख कर्ज हो गया तो उसने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का फर्जी PA बनकर ठगी का जाल बिछाया। उसके जाल में ट्रांसफर करवाने के नाम पर एक पुलिस कर्मचारी फंस गया।
केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर का फर्जी पीए बनकर ठगी करने के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
ट्रांसफर के नाम पर ठगी : हरियाणा के गुरुग्राम में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के फर्जी निजी सचिव (PA) बनकर एक पुलिसकर्मी से ठगी करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान 38 वर्षीय सुनील कुमार के रूप में हुई है, जो रेवाड़ी के जैनाबाद गांव का निवासी है और वर्तमान में दिल्ली में सशस्त्र सीमा बल (SSB) में तैनात है। सुनील पर आरोप है कि उसने एक पुलिसकर्मी से ट्रांसफर कराने के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की थी, जिसमें से 20 हजार रुपये वह UPI के जरिए पहले ही ले चुका था। आरोपी ने केंद्रीय मंत्री के नाम का इस्तेमाल कर पीड़ित को यह विश्वास दिलाया कि वह जल्द ही उसकी ट्रांसफर करवा देगा। जब काफी समय तक ट्रांसफर नहीं हुआ और सुनील टालमटोल करता रहा, तब पीड़ित को ठगे जाने का अहसास हुआ। जांच में सामने आया कि आरोपी युवक पर 50 लाख का कर्ज है, जिसे उतारने के लिए उसने यह ठगी का रास्ता चुना।
खुद को PA नवीन कौशिक का जानकार बताया
पीड़ित पुलिसकर्मी ने बताया कि जून 2025 में उसकी मुलाकात सुनील से एक परिचित के जरिए हुई थी। सुनील ने खुद को ताकतवर संपर्कों वाला बताया और दावा किया कि वह केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के निजी सहायक नवीन कौशिक का करीबी है। इसी भरोसे में आकर पीड़ित ने अपनी पोस्टिंग बदले जाने की मांग की, जिस पर सुनील ने 50 हजार रुपये की मांग रखी।
बाद में खुद को PA बताकर की फर्जी कॉल
घटना की सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब 15 जून को पीड़ित पुलिसकर्मी के पास एक कॉल आया। इसमें कॉलर ने खुद को केंद्रीय मंत्री का PA नवीन कौशिक बताते हुए बची हुई रकम भेजने के लिए कहा। मगर पीड़ित ने आवाज पहचान ली और तुरंत शक जताया कि यह सुनील ही है। इसके बाद उसने पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराया।
पहले भी कई विवाद आ चुके सामने
पुलिस पूछताछ में सुनील ने कबूल किया कि उस पर करीब 50 लाख रुपये का निजी कर्ज है और उसे उतारने के लिए उसने यह ठगी का रास्ता चुना। उसके खिलाफ पहले भी पैसे लेकर नौकरी दिलाने जैसी शिकायतें सामने आ चुकी हैं और विभागीय जांच जारी है। उसके गांव के कुछ निवासियों ने भी पुष्टि की है कि वह पहले भी कई लोगों को इसी तरह झांसे में लेकर धोखाधड़ी कर चुका है।
गुरुग्राम पुलिस की तत्परता से गिरफ्तारी
पुलिस ने शिकायत के आधार पर सुनील के खिलाफ सेक्टर 17/18 थाना में केस दर्ज किया और उसे जल्द ही गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह भी जांच की जा रही है कि उसने और कितने लोगों को इसी तरह ठगा है। उसके मोबाइल फोन और डिजिटल लेन-देन की जानकारी भी खंगाली जा रही है।