अंबाला : पेमेंट बैंक कर्मचारियों के गैंग का खुलासा, 2.80 करोड़ की साइबर ठगी में नया मोड़

हरियाणा के अंबाला में डिजिटल फ्रॉड का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें बुजुर्ग दंपति को सात दिन के डिजिटल अरेस्ट में रखा गया।

Updated On 2025-04-26 13:29:00 IST
प्रतीकात्मक फोटो।

पेमेंट बैंक कर्मचारियों के गैंग का खुलासा : हरियाणा के अंबाला में डिजिटल फ्रॉड का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें बुजुर्ग दंपति को सात दिन के डिजिटल अरेस्ट में रखकर उनसे 2.80 करोड़ रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया गया। पुलिस जांच में अब इस केस में पेमेंट बैंक के दो कर्मचारियों की संलिप्तता उजागर हुई है, जो देशभर में बुजुर्गों को शातिर तरीके से झांसे में लेकर फर्जी बैंक खाते खुलवाकर ठगी के खेल को अंजाम देते थे।

सरकारी योजना का झांसा, फ्री पैसे का लालच दिया 

मध्य प्रदेश के अमलाई कालरी निवासी श्रवण कुमार और लाहासुई कैंप निवासी राजीव सिंह नाम के ये दो शातिर युवक सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का सपना दिखाकर बुजुर्गों को अपने जाल में फंसाते थे। वे कहते थे- एक बैंक खाता खुलवाओ, सरकार से पैसा आएगा… योजनाओं का फायदा मिलेगा… और हम तुम्हें अभी 1,000 रुपये कैश भी देंगे। बुजुर्ग, लालच या भ्रम में आकर बिना ज्यादा पूछे खाता खुलवा देते थे। यही नहीं, खाते में मोबाइल नंबर भी आरोपियों का जुड़ता था — जिससे जब ठगी के पैसे आते थे, सिर्फ शातिरों को ही अलर्ट मिलता था, असली खाताधारक को भनक तक नहीं लगती थी। 

खाते बने 'मनी लॉन्ड्रिंग मशीन', बुजुर्ग बने अनजाने मोहरे

ठग इन खातों का इस्तेमाल ब्लैक मनी को सफेद करने में करते थे। चोरी या ठगी के जरिए जिन खातों में पैसे आते, वहां से फर्जी बुजुर्ग खातों में ट्रांसफर करके ट्रेसिंग से बचा जाता था। जब पुलिस ने जांच में ऐसे खातों को ट्रैक किया, तो बुजुर्ग खाताधारक खुद हैरान रह गए — उन्हें तो पता ही नहीं था कि उनके नाम पर क्या खेल चल रहा है। 

मुख्य सरगना बबलू सहित 7 आरोपी पहले ही गिरफ्त में 

इस हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी में पहले ही मुख्य आरोपी बबलू समेत सात लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जो इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। अब इस गैंग से जुड़े पेमेंट बैंक के इन कर्मचारियों का नाम सामने आना मामले को और गहराता जा रहा है।

डिजिटल अरेस्ट : ठगी का नया तरीका

‘डिजिटल अरेस्ट’ यानी पीड़ित को कॉल, मैसेज और इंटरनेट के जरिए इस कदर मानसिक दबाव में रखना कि वह बाहरी दुनिया से संपर्क न कर सके — ये इस मामले में इस्तेमाल की गई खतरनाक तकनीक थी। बुजुर्ग दंपति को सात दिन तक लगातार साइबर आतंक के जरिए डराया गया, उनके डिवाइस हैक किए गए और उन्हें 'जांच चल रही है' कहकर घर में बंद कर रखा गया। 

पुलिस ने शुरू की बड़े नेटवर्क की छानबीन

अंबाला साइबर थाना पुलिस अब पेमेंट बैंक से जुड़े अन्य कर्मचारियों और एजेंटों की भूमिका की भी जांच कर रही है। आशंका है कि देशभर में ऐसे हजारों फर्जी खाते खोले गए हैं, जिनका इस्तेमाल साइबर क्राइम में किया जा रहा है। 

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