गुरुग्राम में धीरेंद्र शास्त्री का बयान : पहलगाम में हिंदुओं पर सीधा हमला हुआ, हम एकजुट होकर हिंदू राष्ट्र बनाएंगे

Dhirendra Shastri Said in Gurugram : हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एपी ग्रुप के अंजनी पुत्र बालाजी मंदिर में शुक्रवार रात आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बागेश्वर धाम सरकार, पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को इस सदी की सबसे निंदनीय घटना बताया। उन्होंने इस हमले को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और हिंदू समाज से एकजुट होने का आह्वान किया।
पहलगाम की घटना ने हमें झकझोर दिया
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पहलगाम की घटना ने हमें झकझोर दिया है। यह समय जागने का है। हमें अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करना है और इसके लिए हिंदू राष्ट्र का निर्माण अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र की स्थापना के बाद हिंदू होना अपराध नहीं, बल्कि गौरव की बात होगी।
उन्होंने आगे कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने न केवल निर्दोष लोगों की हत्या की, बल्कि धर्म के आधार पर लोगों को निशाना बनाया। यह घटना दर्शाती है कि जब तक हम एकजुट नहीं होंगे, तब तक हम पर ऐसे हमले होते रहेंगे।
हिंदू समाज से एकजुट होने की अपील की
धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू समाज से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें जाति, भाषा और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर एकजुट होना होगा। केवल तभी हम अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं और समाज में समानता स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू समाज को अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करनी चाहिए। हमें अपने बच्चों को शास्त्र और शस्त्र दोनों की शिक्षा देनी चाहिए, ताकि वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।
हिंदू परिवार को चार बच्चे पैदा करने चाहिए
धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू समाज से जनसंख्या वृद्धि पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर हिंदू परिवार को चार बच्चे पैदा करने चाहिए। दो बच्चे कारोबार और परिवार को बढ़ाएंगे और दो बच्चे हिंदू राष्ट्र के निर्माण के लिए समर्पित होंगे। उन्होंने मजाकिया लहजे में निशाना साधते हुए कहा कि वे तो क्रिकेट टीम बना रहे हैं, 11 खिलाड़ी और एक अंपायर यानी 12 बच्चे। उन्होंने अपने समर्थकों से एकजुटता का वादा मांगा और कहा कि तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा। उनके इस बयान ने सभा में मौजूद लोगों में जोश भर दिया, और 'जय श्री राम' के नारों से पूरा पंडाल गूंज उठा।
आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता
धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान हिंदू समाज में एकजुटता की आवश्यकता को रेखांकित करता है। उनका कहना है कि जब तक हम एकजुट नहीं होंगे, तब तक हम पर ऐसे हमले होते रहेंगे। हमें अपनी सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। हमें धर्म, जाति और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर एकजुट होना होगा। केवल तभी हम अपने समाज को सुरक्षित और समृद्ध बना सकते हैं।