earthquake: गुजरात के कच्छ में भूकंप से डोली धरती, रिक्टर स्केल पर 4.4 रही तीव्रता; जान-माल का नुकसान नहीं

गुजरात के कच्छ जिले में सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.4 रही। जानिए भूकंप का केंद्र, गहराई और भूकंप के दौरान क्या करें और क्या न करें।

Updated On 2025-12-26 09:24:00 IST

गुजरात के कच्छ जिले में सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.4 रही। 

Gujarat earthquake: गुजरात के कच्छ जिले में शुक्रवार तड़के भूकंप के झटकों से लोग सहम गए। सुबह करीब 4:30 बजे आए भूकंप के कारण कई इलाकों में लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। झटके कुछ सेकेंड तक महसूस किए गए, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।

रिक्टर स्केल पर 4.4 रही तीव्रता

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई। हालांकि तीव्रता मध्यम रही, लेकिन सुबह के समय आने के कारण लोग ज्यादा घबरा गए। एनसीएस की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का केंद्र धरती से सिर्फ 10 किलोमीटर नीचे था। इसका लोकेशन अक्षांश 23.65 N और देशांतर 70.23 E दर्ज किया गया। कम गहराई पर आए भूकंप के झटके आमतौर पर ज्यादा महसूस होते हैं।

जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं

अब तक भूकंप से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और स्थानीय स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।

भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र है कच्छ

कच्छ जिला पहले से ही उच्च भूकंपीय जोखिम वाले जोन में आता है। यहां अक्सर हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप दर्ज किए जाते रहे हैं। इससे पहले 13 दिसंबर को भी कच्छ में 3.9 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था।

2001 का विनाशकारी भूकंप आज भी याद

गुजरात के इतिहास में 26 जनवरी 2001 का भूकंप सबसे भयावह माना जाता है। उस समय कच्छ में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की जान गई और बड़े पैमाने पर इमारतें तबाह हो गई थीं। उसी के बाद से यह इलाका लगातार निगरानी में है।

भूकंप के समय क्या करें (Safety Tips)

  • जमीन पर बैठकर मजबूत टेबल या बेड के नीचे शरण लें।
  • सिर और गर्दन को हाथों से ढकें।
  • लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
  • खुले मैदान में हों तो पेड़ों, बिजली के खंभों और इमारतों से दूर रहें।
  • शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

भूकंप के समय क्या नहीं करें?

  • घबराकर सीढ़ियों या लिफ्ट से भागने की कोशिश न करें।
  • खिड़कियों, शीशे या भारी अलमारियों के पास न खड़े हों।
  • माचिस, लाइटर या बिजली के स्विच तुरंत न चलाएं।
  • अफवाहें न फैलाएं और अपुष्ट सूचनाओं पर भरोसा न करें।
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