गुरुग्राम में कोरोना का खतरा बढ़ा: 4 नए केस, 3 बिना ट्रैवल हिस्ट्री वाले, सभी होम आइसोलेशन में
डिप्टी सीएमओ ने बताया कि लोकल संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, इसलिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य है। साइबर सिटी में कोविड के नए मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।;

गुरुग्राम में कोविड-19 के नए मामले सामने आने का सिलसिला लगातार जारी है, जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। हाल ही में कोरोना संक्रमण के चार नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से तीन मरीज ऐसे हैं जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। जबकि एक व्यक्ति दिल्ली का रूटीन यात्री है। इन नए मामलों के साथ, गुरुग्राम में पिछले एक महीने के भीतर कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 23 तक पहुंच गई है। यह स्थिति स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलने के खतरे को और बढ़ा रही है।
सक्रिय केस 16, अब तक 8 मरीज हो चुके हैं ठीक
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कुल 23 संक्रमित मरीजों में से सात मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं, जो एक राहत की बात है। हालांकि, शेष 16 मरीजों का इलाज फिलहाल घर पर ही चल रहा है, और सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। होम आइसोलेशन में रखे गए मरीजों की स्थिति पर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर रखे हुए है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के लिए चिंता का विषय यह है कि संक्रमित पाए गए अधिकांश लोग ऐसे हैं जिनकी कोई स्पष्ट ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इसका मतलब है कि संक्रमण शहर के भीतर ही फैल रहा है, जिससे लोकल संक्रमण बढ़ने का खतरा अधिक है।
सेक्टर 45 और सेक्टर 49-42 में मिले मरीज
डिप्टी सीएमओ डॉ. जेपी रजलीवाल ने नए मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेक्टर 45 में 61 वर्षीय एक पुरुष कोविड पॉजिटिव मिला है। इस व्यक्ति ने हाल ही में दिल्ली की यात्रा की थी, जिसके बाद उनकी जांच की गई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसी सेक्टर 45 में एक 34 वर्षीय अन्य पुरुष भी संक्रमित पाया गया है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है। सेक्टर 49 में 43 वर्षीय एक पुरुष भी कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं, और उनकी भी बाहर की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इसी तरह सेक्टर 42 में 32 वर्षीय एक व्यक्ति भी संक्रमित मिला है, और उनकी भी कोई ट्रैवल हिस्ट्री दर्ज नहीं की गई है।
इन तीनों बिना ट्रैवल हिस्ट्री वाले मरीजों का मिलना यह दर्शाता है कि संक्रमण शहर के भीतर ही फैल रहा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ गई है। सभी मरीजों को उनके घरों पर ही आइसोलेट किया गया है और उनकी सेहत की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है।
स्थानीय संक्रमण का खतरा बढ़ा, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग जारी
डॉ. रजलीवाल ने बताया कि जिन मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, उनके मामले चिंताजनक हैं क्योंकि यह स्थानीय स्तर पर सामुदायिक संक्रमण के बढ़ने की आशंका को प्रबल करता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने बताया कि सभी नए मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है और उनकी भी कोविड-19 की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उद्देश्य यह है कि संक्रमण के स्रोत का पता लगाया जा सके और इसे आगे फैलने से रोका जा सके।
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा
बढ़ते मामलों को देखते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने एक बार फिर आम जनता से कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की है। लोगों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, बिना जरूरत घर से बाहर न निकलने की भी अपील की गई है ताकि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके। गुरुग्राम में स्थानीय स्तर पर सैनिटाइजेशन और जागरूकता अभियान भी तेज कर दिया गया है ताकि लोगों को कोविड-19 से बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।