Ahemdabad plane crash: सुप्रीम कोर्ट ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना की गलत रिपोर्टों को बताया 'दुर्भाग्यपूर्ण', AAIB से मांगा जवाब
अहमदाबाद एयर इंडिया हादसे में पायलट की भूमिका पर मीडिया रिपोर्ट्स को सुप्रीम कोर्ट ने गैर-जिम्मेदाराना बताया। कोर्ट ने AAIB, DGCA और केंद्र सरकार से जवाब तलब किया। जानिए पूरी जानकारी।
एयर इंडिया विमान दुर्घटना: गलत रिपोर्टों पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, AAIB से जवाब मांगा
Ahemdabad plane crash: सुप्रीम कोर्ट ने 22 सितंबर 2025 को उन मीडिया रिपोर्टों को 'दुर्भाग्यपूर्ण' और 'गैर-जिम्मेदाराना' करार दिया है, जिनमें दावा किया गया था कि 12 जून 2025 को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान का ईंधन पायलटों ने जानबूझकर बंद किया था। कोर्ट ने यह टिप्पणी विमान हादसे की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान की है।
DGCA और AAIB से जवाब तलब
अदालत ने केंद्र सरकार, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) से जवाब तलब किया है। गौरतलब है कि AAIB ने जुलाई 2025 में इस दुर्घटना पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी।
सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने लगाई याचिका
बता दें यह जनहित याचिका (PIL) कथित तौर पर एक गैर सरकारी संगठन सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन की तरफ से दायर की गई थी, जो कैप्टन अमित सिंह की अध्यक्षता वाला एक विमानन सुरक्षा एनजीओ है।क्या है एएआईबी की रिपोर्ट?
- एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि एयर इंडिया की उड़ान संख्या 171 के दोनों इंजनों को ईंधन देने वाले दोनों स्विच उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद बंद हो गए थे।
- रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने लगभग 08:08:42 UTC पर 180 नॉट्स IAS की अधिकतम हवाई गति प्राप्त की। इसके तुरंत बाद, इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटऑफ स्विच, 1 सेकंड के अंतराल के साथ, एक के बाद एक RUN से CUTOFF स्थिति में बदल गए।
सह-पायलट उड़ा रहा था विमान
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इंजन N1 और N2 की टेक-ऑफ शक्ति कम होने लगी, क्योंकि इंजनों को ईंधन की सप्लाई बंद हो गई थी। कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने टेक-ऑफ क्यों रोका, जिसके जवाब में दूसरे पायलट ने कहा कि उसने ऐसा नहीं किया। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उड़ान के समय सह-पायलट विमान उड़ा रहा था, जबकि कैप्टन उसकी निगरानी कर रहा था।
अहमदाबाद विमान हादसा क्या है?
गौरतलब है कि 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद एयर इंडिया का विमान AI 171 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
विमान में 12 चालक दल के सदस्यों सहित 242 लोग सवार थे। इस हादसे में केवल एक यात्री जीवित बचा। विमान के पायलट सुमीत सभरवाल थे, जिनके पास 8,200 उड़ान घंटों का अनुभव था, जबकि दूसरे पायलट फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिनके पास 1,100 उड़ान घंटे का अनुभव था।
विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज परिसर के छात्रावास में जा गिरा और उसमें भरा हुआ भारी मात्रा में ईंधन होने के कारण आग का गोला बन गया। इस दुर्घटना में यात्रियों समेत कुल 275 लोग मारे गए थे।