गाजियाबाद में बहू बनी चोर: ससुराल में 40 तोले सोने के गहनों की लूट, मायके की आर्थिक तंगी के चलते रची थी साजिश

Ghaziabad Fake Robbery Case: पुलिस ने मोहित की शिकायत पर पुलिस द्वारा डकैती का केस दर्ज कर खुलासे के लिए चार टीम गठित की थी। जांच में पता चला है कि डकैती की घटना फर्जी थी।

Updated On 2024-04-14 12:31:00 IST
गाजियाबाद में बहू ने रची 40 तोले सोने के गहनों की लूट की झूठी कहानी।

Ghaziabad Fake Robbery Case: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के निवाड़ी में एक महिला को बंधक बनाकर दिनदहाड़े डकैती की घटना का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, महिला ने मायके की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए खुद ही माता-पिता के साथ मिलकर अपने ससुराल में चोरी करने की योजना बनाई थी। पिता ने एक जानकार को 20 हजार रुपये देकर वारदात का नाटक करने के लिए भेजा था। इस मामले में पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। 

बहू ने रची लूट की झूठी कहानी 

डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने बताया कि गाजियाबाद के निवाड़ी कस्बे में रहने वाले मुकेश त्यागी अपने बेटे दीपक त्यागी, मोहित त्यागी और दीपक की पत्नी दीपिका के साथ रहते हैं। दीपक त्यागी नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करते हैं। 10 अप्रैल को दीपक डयूटी और मोहित बाहर चला गया, जबकि मुकेश त्यागी खेत में थे। दीपिका ने बताया कि दोपहर 1 बजे दो युवक घर पर आए और मुकेश त्यागी के बारे में पूछकर चले गए। इसके थोड़ी देर बाद ही पांच युवक आए और खाना मांगा। 

3 लाख और 40 तोले सोने के जेवर लूटकर हुए फरार 

आरोप था कि दीपिका रसोई में गई तो पांचों युवक उसे बंधक बनाकर रसोई में ले गए। विरोध करने पर बदमाशों ने दीपिका के साथ मारपीट की और फिर नशीली चीज सुंघाकर 3 लाख और 40 तोले सोने के जेवर लूटकर ले गए। 

सभी आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार 

पुलिस ने मोहित की शिकायत करने पर डकैती का केस दर्ज कर टीम का गठन किया। जांच में पता चला है कि डकैती की घटना फर्जी थी। दीपिका ने ही खुद अपने माता-पिता के साथ मिलकर डकैती की कहनी रची थी। दीपिका के अलावा थाना बागपत के गांव पदेडा निवासी उसकी मां सुनीता त्यागी, पिता योगेंद्र त्यागी के अलावा थाना सिंघावली अहीर जिला बागपत के गांव बसौदा से अकबर को गिरफ्तार किया, जोकि योगेंद्र का जानकार है। 

घर की सभी महिलाओं के जेवर चुराए

दीपिका के पिता योगेंद्र त्योगी के दिल का ऑपरेशन होना था। उसने पिता के इलाज और मायके की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए माता-पिता के साथ फर्जी चोरी करने की योजना बनाई। दीपिका ने अपने जेठानी, देवरानी और परिवार की अन्य महिलाओं के जेबर करीब 2 महीने पहले ही चोरी करके मायके ले गई थी। इसके बाद उसने कुछ जेवर बेच दिए और कुछ मायके में ही रखे। 

अकबर को घर पर बुलाकर हाथ-पैर बंधवाए

डीसीपी ग्रामीण का कहना है कि दीपिका ने पहले ही घर का सामान बिखेर कर लूट का घटनास्थल तैयार कर लिया था। घर आए अकबर से उसने अपने हाथ-पैर बंधवाए और जाते वक्त उसे मोबाइल और देवरानी की बचे हुए जेवर भी दिए। ससुराल वालों ने घर आने पर दीपिका ने डकैती की घटना को फर्जी बताया। 

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