लुटियंस दिल्ली को मिलेगी नई पहचान: इस जगह बनेगा 27 मीटर ऊंचा घंटाघर, साल के अंत तक होगा तैयार

Clock Tower in Lutyens Delhi: लुटियंस दिल्ली में एक नया घंटाघर बनने वाला है, जो लुटियंस दिल्ली की नई पहचान बनेगा। इसकी ऊंचाई 27 मीटर होगी, जिसमें चार बड़ी घड़ियां लगाई जाएंगी।

Updated On 2025-05-18 19:58:00 IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Clock Tower in Lutyens Delhi: नई दिल्ली के लुटियंस इलाके में एक नया घंटाघर बनाने की तैयारी की जा रही है। यह घंटाघर लुटियंस दिल्ली की नई पहचान बनेगा, जिसे तालकटोरा स्टेडियम के पास स्थित शंकर रोड गोल चक्कर पर बनाया जाएगा। बता दें कि इसका निर्माण नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) की ओर से किया जाएगा।

घंटाघर के डिजाइन को दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन (DUAC) की ओर से मंजूरी भी मिल गई है। इस घंटाघर को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की गाइडलाइन के बाद मुताबिक तैयार किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, NDMC ने घंटाघर को तैयार करने के लिए इस साल के आखिरी यानी दिसंबर महीने तक का लक्ष्य रखा है।

लुटियंस का एंट्री गेट बनेगा घंटाघर

NDMC के वाइस प्रेसिडेंट कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि इस घंटाघर की ऊंचाई 27 होगी। इसमें 2 मीटर की गोलाई वाली 4 घड़ियां लगाई जाएंगी। बता दें कि इसमें आरसीसी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके चारों तरफ क्ले ब्रिक और रेलिंग बनाया जाएगा, जिसमें मार्बल भी लगाया जाएगा। इससे घंटाघर की खूबसूरती बढ़ेगी।

चहल ने बताया कि इसकी मरम्मत और रखरखाव के लिए अंदर सीढ़ियां भी बनाई जाएंगी, जिससे बाद में कोई समस्या न हो। उन्होंने बताया कि यह नया घंटाघर लुटियंस दिल्ली के एंट्री गेट के रूप में पहचान बनेगा। यह घंटाघर जहां पर बनाया जाने वाला है, जहां से राजेंद्र नगर और करोल बाग से आने वाले लोग MCD से NDMC के एरिया प्रवेश करते हैं।

पहले भी बना था घंटाघर

बता दें कि इससे पहले भी एक समय में घंटाघर लुटियंस दिल्ली की पहचान हुआ करता था। साल 1933 में लुटियंस दिल्ली में जंतर-मंतर के सामने एक टाउनहाल था, जहां पर ब्रिटेन से लाई गई चार बड़ी घंटियां लगी हुई थी। इसे टाइम बताने के लिए बजाया जाता था। इसके बाद साल 1960 में इन घंटियों को मॉडर्न घड़ियों से बदल दिया गया, जिसके बाद यह घंटाघर लुटियंस दिल्ली की पहचान बन गया।

हालांकि साल 1998 में टाउनहाल को तोड़ने के बाद इन घंटियों को NDMC के हेडक्वार्टर पर टांग दिया गया, लेकिन 2007 में यह गिर गई। इसके बाद से शोकेस के लिए रखा गया है।

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