Boeing 787 Crash: व्हिसल-ब्लोअर्स ने बोइंग 787 में बताई थीं कई बड़ी खामियां, नजरअंदाज किया तो...

Boeing Plane Crash: 12 जून को अहमदाबाद में हुई हवाई दुर्घटना में, जो विमान हादसे का शिकार हुआ, वो बोइंग कंपनी का 787 ड्रीमलाइनर था। इस विमान की खामियों को लेकर व्हिसल-ब्लोअर्स ने सवाल भी उठाए थे।

Updated On 2025-06-13 18:32:00 IST

Boeing Plane Crash: हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में प्लेन क्रैश हुआ। जो प्लेन क्रैश हुआ वो बोइंग का 787 ड्रीमलाइनर मॉडल था। बोइंग के दो मॉडल्स 777 और 787 ड्रीमलाइनर को लेकर कई खुलासे किए जा चुके हैं। इसके बाद से इनकी खामियों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं इस हादसे के बाद बोइंग एक बार फिर विवादों में है।

बता दें कि बोइंग इंजीनियर सैम सालेहपोर और बोइंग के क्वालिटी मैनेजर रहे जॉन बार्नेट ने बोइंग के विमानों को लेकर कई बड़े खुलासे किए थे। उन्होंने बोइंग के 777 और 787 ड्रीमलाइनर मॉडल की खामियों के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि विमानों की निर्माण प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं, जो भविष्य में बड़ा खतरा बन सकती हैं।

हम इस रिपोर्ट में विमान की इन खामियों और इस पर उठे सवालों के बारे में बताने जा रहे हैं-

एक बार फिर चर्चा में बोइंग प्लेन विवाद

विश्व प्रसिद्ध विमान निर्माता कंपनी बोइंग (Boeing) एक बार फिर चर्चा में है। वजह है अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना। ये विमान बोइंग का 787 मॉडल था। इससे पहले भी बोइंग के विमान के साथ हादसा हो चुका है। इसको लेकर  कंपनी के वरिष्ठ इंजीनियर सैम सालेहपोर ने अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) को शिकायत दी थी कि बोइंग के दो बड़े विमानों 777 और 787 Dreamliner की निर्माण प्रक्रिया में खतरनाक खामियां हैं। अगर इन खामियों को नजरअंदाज किया गया, तो ये विमान हादसों के शिकार हो सकते हैं। 

सालेहपोर ने इन खामियों पर उठाए थे सवाल

ऐसे में अहमदाबाद में हुए हादसे के बाद लोग सैम सालेहपोर की ओर से उठाए गए मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। बता दें कि सालेहपोर ने दो प्रमुख मुद्दे उठाए थे। उन्होंने कहा था कि 787 ड्रीमलाइनर में जोड़ने की प्रक्रिया में गड़बड़ी है। उन्होंने ये भी बताया था कि जिन कर्मचारियों ने 787 ड्रीमलाइनर पर सवाल उठाए थे, उन्हें 777 प्रोग्राम में डाल दिया गया। साथ ही उन्होंने बताया था कि विमान के पुर्जे अलग-अलग कंपनियों से मंगाए जा रहे हैं। वे अलग-अलग आकार के होते हैं। इसलिए जब उन्हें एक साथ फिट किया जाता है, तो वे सही ढंग से सेट नहीं हो पाते। सालेहपोर ने ये भी बताया था कि इन विमानों के निरीक्षण से पहले ही इंजीनियरों पर काम को पास करने का दबाव बनाया जा रहा था। सैम सालेहपोर ने कहा था कि जैसे-जैसे इन विमानों की उम्र बढ़ेगी, वैसे-वैसे ये कमजोर और दुर्घटना के प्रति संवेदनशील होते जाएंगे। वे बोइंग को गिरते नहीं देखना चाहते। ऐसे में कंपनी अपने काम को बेहतर करे, जिससे विमान हादसों को टाला जा सके। 

बोइंग ने आरोपों को किया खारिज

वहीं बोइंग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वे 777 और 787 विमानों की सुरक्षा और मजबूती को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं और ये आरोप गलत हैं।

दो साल तक बोइंग के इस मॉडल पर लगी थी रोक

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब बोइंग विमानों की सुरक्षा पर सवाल उठाए गए हों। इससे पहले भी आरोपों के कारण बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर की डिलीवरी 2021 से लगभग दो साल तक रोक दी गई थी। उस समय इसके निर्माण में आए गैप्स पर सवाल उठे थे। हालांकि FAA ने जांच के बाद यह माना था कि ये विमान उड़ान के लिए सुरक्षित हैं।

जॉन बार्नेट ने भी उठाए थे सवाल

सालेहपोर से पहले लंबे समय तक बोइंग के क्वालिटी मैनेजर रहे जॉन बार्नेट ने 2017 में सेवानिवृत्त होने के बाद पत्रकारों के साथ बोइंग के विमानों की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि उन्होंने विमान के जॉइंट्स के पास कई बार तारों की धातु के टुकड़े देखे थे, जो तारों को काटकर तबाही का कारण बन सकते थे। इसके अलावा उन्होंने बोइंग के 787 विमानों में एक चौथाई ऑक्सीजन प्रणालियों की समस्याओं पर भी खुलासे किए थे।

कुछ हिस्से गायब

62 वर्षीय बार्नेट ने ये भी दावा किया था कि प्लेन के निर्माण प्रक्रिया के दौरान कुछ हिस्से गायब थे या ठीक से रिकॉर्ड नहीं किए गए थे। इसके अलावा उन्होंने प्लेन बनाने की प्रक्रिया पर भी गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने साल 2017 में संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) और व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रशासन (ओएसएचए) को औपचारिक शिकायत दी थी।

FAA ने दिए थे जांच के निर्देश

इसके बाद FAA ने उनके द्वारा शिकायत दिए गए मुद्दों पर ध्यान देकर बोइंग को उन समस्याओं को ठीक करने के निर्देश दिए थे। हालांकि OSHA ने बाद में उनके दावों को खारिज कर दिया। OSHA ने साल 2021 में बोइंग के पक्ष में फैसला सुनाया।

जॉन बार्नेट की संदिग्ध मौत

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बार्नेट ने बोइंग छोड़ने से पहले अपने सुपरवाइजर और अन्य लोगों के साथ अपनी चिंता शेयर की थी। बार्नेट के परिवार के अनुसार, उन लोगों ने उन बातों को खारिज करते हुए बार्नेट को परेशान करना शुरू कर दिया था। साल 2019 में बार्नेट, बोइंग के खिलाफ अपने आरोप लेकर मीडिया इंटरव्यू में सामने आए। इसके बाद उनके खिलाफ केस कर दिया गया। कई दिनों तक उन्होंने वकीलों के सवालों का जवाब दिया और बाद में कथित रूप से चार्ल्सटन में 9 मार्च 2024 को खुद को गोली मार ली। हालांकि कई लोगों का आरोप है कि उनकी हत्या की गई।

2022 से 2025 के बीच बोइंग विमानों के हादसे

बोइंग के विमान हादसों का रिकॉर्ड परेशान करने वाला है। बीते 3 सालों में बोइंग के 5 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।

  • 21 मार्च 2022 को चाइना ईस्टर्न 737-800 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दौरान विमान में 132 यात्री सवार थे। इन सभी यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। हालांकि इस मामले में जांच हुई, तो नियंत्रण सतह की कार्यक्षमता के बारे में संदेह उठाया। इस पर बोइंग ने कहा था कि ये हादसा पायलट की गलती के कारण हुआ है।
  • जनवरी 5 2024 को अलास्का मैक्स-9 घटना के साथ एक घटना हुई थी। विमान 177 लोगों को लेकर उड़ रहा था। इस दौरान साइड पैनल का एक दरवाज़ा अलग होकर हवा में उड़ गया। इस घटना के बाद FAA ने बोइंग के सभी 737 MAX-9 जेटों को रोकने के लिए मजबूर कर दिया। इस घटना के बाद बोइंग के सीईओ डेविड कैलहौन ने इस्तीफा दे दिया था।
  • 25 नवंबर 2024 को लिथुआनिया में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस दौरान पुराना 737-400 विमान के साथ हादसा हुआ। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
  • 29 दिसंबर 2024 को दक्षिण कोरिया में जेजू एयर क्रैश-लैंडिंग हुई। 737-800 विमान रनवे से आगे निकल गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में जिससे 179 लोगों की मौत हो गई थी।
  • हाल ही में 12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया 787-8 विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस हादसे में प्लेन में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई और 1 यात्री रमेश विश्वास कुमार जीवित बच गए। इसके बाद से बोइंग की सुरक्षा, विश्वसनीय विमान बनाने की क्षमता पर लोगों का संदेह बढ़ गया। 
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