Chaitanyananda Case: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया चैतन्यानंद, कोर्ट में रखी ये डिमांड
Chaitanyananda Saraswati Case: दिल्ली के 'डर्टी बाबा' चैतन्यानंद को शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जानें पूरा मामला...
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने चैतन्यानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।
Swami Chaitanyananda Saraswati Case: दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने छेड़छाड़ के मामले में आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। शुक्रवार को आरोपी की 5 दिन की पुलिस कस्टडी खत्म हो गई, जिसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी चैतन्यानंद उर्फ पार्थ सारथी पर वसंत कुंज स्थित मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट की छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। इसके अलावा उसके ऊपर जालसाजी के भी आरोप लगाए गए है।
आरोपी चैतन्यानंद को 28 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। आरोपी बाबा चैतन्यानंद ने पटियाला हाउस कोर्ट में तीन आवेदन भी दायर किए हैं। इनमें जब्ती ज्ञापन, केस डायरी पर सिग्नेचर और संन्यासी भोजन, सन्यासी वेश, दवाइयों और किताबों की मांग की गई है। कोर्ट ने इस पर दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है।
3 महिला सहयोगी भी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने आरोपी 'डर्टी बाबा' चैतन्यानंद की 3 महिला सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है। ये तीनों महिलाएं सगी बहनें हैं, जो वसंत कुंज स्थित मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में अलग-अलग पदों पर कार्यरत थीं। इनकी पहचान श्वेता शर्मा (एसोसिएट डीन), भावना कपिल (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर) और काजल (सीनियर फैकल्टी) के रूप में की गई है।
ये तीनों सगी बहनें हैं और चैतन्यानंद की गंदी करतूत में मदद करती थीं। आरोप है कि ये तीनों महिलाएं आरोपी बाबा के कहने पर छात्राओं को धमकाती थी। इन तीनों पर अपराध के लिए उकसाने, धमकाने और सबूत नष्ट करने के आरोप लगे हैं। पुलिस का कहना है कि तीनों महिला आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की 15 से ज्यादा छात्राओं ने बाबा चैतन्यानंद सरस्वती पर छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस मामले में 4 अगस्त को पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गया था। कई दिनों तक तलाशी के बाद 28 सितंबर को पुलिस ने चैतन्यानंद को आगरा के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया था।