जामिया के कैंपस में हिंसा का मामला: यूनिवर्सिटी ने 7 स्टूडेंट्स को निकाला, 20 को शोकॉज नोटिस जारी
Jamia Millia Islamia: जामिया यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पिछले महीने कैंपस में हुई हिंसा के मामले में 7 स्टूडेंट्स को निष्कासित कर दिया है। साथ ही 20 को शोकॉज नोटिस जारी किया है।
जामिया मिलिया इस्लामिया
Jamia Millia Islamia: राजधानी दिल्ली की जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में पिछले महीने हुई हिंसा पर बड़ी कार्रवाई हुई है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पिछले महीने हुई हिंसक झड़प के मामले में 7 स्टूडेंट्स को निकाल दिया है। इसके अलावा 20 अन्य छात्रों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है।
बता दें कि पिछले महीने 25 अप्रैल को जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में दो गुटों के बीच लड़ाई हो गई थी। इस घटना में कई छात्र घायल हो गए थे। इसके चलते यूनिवर्सिटी की एकेडमिक एक्टिविटीज बाधित हुईं थी। इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपने चीफ प्रॉक्टर को भी बदल दिया है।
क्या है पूरा मामला?
25 अप्रैल को जामिया यूनिवर्सिटी में दीनदयाल उपाध्याय कौशल सेंटर के पास गेट नंबर 8 पर स्टूडेंट्स के दो ग्रुपों के बीच मामूली बहस को लेकर झड़प हो गई। यह झड़प जल्दी ही हिंसा में बदल गई, जो कि साउथ कैंपस के गेट नंबर 7 के जरिए नॉर्थ कैंपस तक फैल गई। यूनिवर्सिटी प्रशासन का दावा है कि स्टूडेंट्स ने कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की और लाइब्रेरी समेत यूनिवर्सिटी की प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
इसी मामले में कार्रवाई करते हुए यूनिवर्सिटी ने 7 स्टूडेंट्स को निकाल दिया है। इनमें में तीन को 3-3 साल और चार छात्रों को 1-1 साल के लिए निकाला गया है। यूनिवर्सिटी का कहना है कि इस हिंसा की वजह से जनता की नजरों में विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हुई है।
यूनिवर्सिटी की ओर से नोटिस जारी
जामिया यूनिवर्सिटी में यह हिंसक झड़प कैंपस में मौजूद 'हाईजेनिक प्वाइंट' कैफे के पास हुई थी। इसको लेकर यूनिवर्सिटी की ओर से नोटिस भी जारी कर दिया है। इसमें कहा गया कि दंगाई समूह ने एक-दूसरे पर ईंट और पत्थरें फेंके। दंगे में शामिल स्टूडेंट्स के पास लाठी-डंडे समेत कई हथियार भी मौजूद थे। इसके अलावा भीड़ ने कथित तौर पर अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया।
CCTV फुटेज के आधार पर हुई कार्रवाई
यूनिवर्सिटी की ओर से बताया गया कि CCTV फुटेज की जांच से लेकर घटनास्थल पर मौजूद स्टाफ के बयानों के आधार पर कार्रवाई की गई है। साथ ही कहा गया कि झड़प में शामिल अन्य छात्रों को भी नोटिस जारी किया गया है। उनसे जवाब मांगा गया है कि कैंपस में हुए दंगे के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर को भी बदल दिया है।
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