Indigo Crisis: इंडिगो फ्लाइट्स संकट के बीच सरकार का फैसला, 500 किमी तक उड़ानों के लिए 7500 रुपए किराया फिक्स

Indigo Crisis: इंडिगो फ्लाइट्स संकट को देखते हुए सरकार ने दूरी के हिसाब से उड़ानों का किराया फिक्स कर दिया है, ताकि यात्रियों को महंगे किराया का सामना ना करना पड़े।

Updated On 2025-12-06 18:42:00 IST

इंडिगो फ्लाइट्स संकट के बीच उड़ानों का किराया फिक्स किया गया।  

Indigo Crisis: इंडिगो फ्लाइट्स के रद्द होने और देरी के बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MOCA) ने बड़ा फैसला लिया है। आज 6 दिसंबर शनिवार को MOCA ने देशभर के सभी रूट्स पर किराया सीमा को लागू कर दिया है। विमानन कंपनियों को आदेश दिया गया है कि वे सबसे छोटे घरेलू रास्तों के लिए 7500 रुपए से लेकर, सबसे लंबे एरिया के लिए 18000 रुपए किराया निर्धारित किया गया है।

यह फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि कंपनियां मर्जी से किराया नहीं बढ़ा पाएंगी और यात्रियों को आखिरी समय की बुकिंग में बेसेंस रेट का सामना नहीं करना पडे़गा। सरकार का कहना है कि यह फैसला हालात सामान्य होने तक लागू रहेगा।

MOCA का कहना है कि 500 किमी तक किराया 7500 रुपए तक रहेगा, ऐसे में एयरलाइंस द्वारा रेट बढ़ोतरी नहीं जा सकेगी। क्योंकि छोटा रूट सबसे ज्यादा बुक होता है, वहीं संकट के दौरान सबसे पहले किराया वहीं बढ़ाया जाता है। सरकार ने दूरी स्लैब के आधार पर सभी घरेलू उड़ानों के लिए इकोनॉमी-क्लास किराए पर तत्काल राष्ट्रव्यापी सीमा लागू की है।

  • 500 किमी तक: 7,500 रुपए
  • 500-1000 किमी: 12,000 रुपए
  • 1000-1500 किमी: 15,000 रुपए
  • 1500 किमी से ऊपर: 18,000 रुपए

किराया सीमा में यूडीएफ, पीएसएफ और करों को शामिल नहीं किया गया है। बिजनेस क्लास के किराए और आरसीएस-उड़ान उड़ानों को छूट दी गई है। सरकार का कहना है कि मूल्य निर्धारण सीमा सभी बुकिंग चैनल्स पर लागू होगा चाहे टिकट एयरलाइन साइट से खरीदा जाए या किसी OTA प्लेटफॉर्म से।

पिछले कुछ दिनों में विमानन कंपनी इंडिगो करी 1000 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं है। जिसकी मुख्य वजह क्रू की कमी, कर्मचारियों की ड्यूटी टाइम लिमिटेशन, तकनीकी समस्याएं बताई गई हैं। उड़ानें रद्द होने के कारण टिकट की कीमतों में अचानक से बढ़ोतरी हुई है। कुछ रूटों पर किराए में 4 गुना ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।

DGCA ने एयरलाइन से मांगा जवाब

दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों में घरेलू हवाई किराया तीन गुना और चौगुना हो गया। जिसकी वजह से यात्रियों में गुस्सा और नाराजगी देखी गई। जिसके बाद इस मामले में DGCA ने एयरलाइन से जवाब तलब किया और फिर मंत्रालय ने साफ कर दिया कि अब यात्रियों को लूटने का कोई मौका एयरलाइंस को नहीं दिया जाएगा। जिसके बाद केंद्र सरकार ने इंडिगो के संकट के बीच हवाई किराए को कंट्रोल करने के लिए किराया निर्धारित किया है।

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