Satta King: मैं सट्टा किंग नहीं... NHRC के समक्ष हरियाणा पुलिस के खिलाफ ज्वेलर की गुहार

हरियाणा के एक ज्वेलर ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को शिकायत भेजी कि पुलिस उसे जुए के झूठे मामले में फंसा रही है। NHRC ने इस मामले को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताते हुए संबंधित एसपी को निर्देश दिए हैं।

Updated On 2025-11-28 19:46:00 IST

हरियाणा के ज्यूलर ने पुलिस के खिलाफ लगाए संगीन आरोप। 

देश के तमाम राज्यों में सट्टा किंग ने जाल बिछा रखा है। गरीब से लेकर अमीर तक, हर कोई अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं। लॉटरी की बात करें तो कुछ राज्यों में इसे मान्यता मिली है, लेकिन सट्टा हर राज्य में गैरकानूनी है। यही वजह है कि सट्टा कारोबारियों के खिलाफ लगातार पुलिस का एक्शन जारी रहता है। लेकिन, हरियाणा से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक ज्वेलर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए उसे जुए के झूठे मामले में दोबारा से फंसाने की आशंका जताई है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फतेहाबाद के भूना शहर के रहने वाले ज्वेलर नरेश सोनी ने पुलिस के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को शिकायत भी भेजी है। अपनी शिकायत में कहा कि पुलिस ने उसे जुआ केस में गलत तरीके से आरोपी बनाया था। स्टेट पुलिस कंप्लेंट अथॉरिटी ने मामले की जांच कर उसे निर्दोष करार दिया था। लेकिन कुछ पुलिस अधिकारी उसके प्रति दुर्भावना रखने लगे हैं, इसलिए जुए के झूठे केस में दोबारा से फंसाने की आशंका है।

NHRC ने दिया ये आदेश

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने ज्वेलर नरेश सोनी की शिकायत पर 27 नवंबर को सुनवाई की। आयोग ने पाया कि इस मामले में मानवाधिकार के उल्लंघन की आशंका है। उन्होंने संबंधित एसपी को मामले की जांच कर एक्शन लेने का निर्देश दिया है।

यह है पूरा मामला

सीआईए ने केस दर्ज किया: सीआईए पुलिस ने 17 अप्रैल 2023 को ज्वेलर नरेश सोनी की दुकान पर दबिश देकर उन्हें क्रिकेट मैच सट्टा बुकी चलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। वहीं, नरेश सोनी ने आरोप लगाया था कि उसे जबरन थाने में बैठाया गया और सीआईए प्रभारी ने उनकी जेब से 40 हजार रुपये निकाल लिए। उनसे पांच लाख रुपये मांगे और धमकी दी कि पैसे नहीं दिए तो झूठे केस में फंसा दूंगा।

जांच में निर्दोष पाया: नरेश सोनी ने सीआईए के केस को झूठा बताते हुए राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण चंडीगढ़ में शिकायत दी। प्राधिकरण ने मामले की जांच के बाद नरेश सोनी को निर्दोष पाया और संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई। प्राधिकरण ने डीएसपी भूना संजय के खिलाफ भी चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए थे।

ये शिकायत बनी विवाद की वजह: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरेश सोनी ने इसी साल मई महीने में एक अंतरजातीय विवाह के मामले में एससी-एसटी एक्ट हटाने की एवज में डीएसपी और उनके रीडर द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत एंट्री करप्शन ब्यूरो को भेजी गई थी। जून में डीएसपी के रीडर एब इंस्पेक्टर दर्शन सिंह और एक अज्ञात के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज हुआ था। 

पुरानी शिकायत पर केस दर्ज: मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नरेश सोनी पर 2023 की शिकायत के आधार पर नरेश सोनी के खिलाफ 15 दिन पहले केस दर्ज किया गया है। उन पर धोखाधड़ी और जुए के आरोप लगाए गए हैं। अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संबंधित एसपी को मामले की निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं।

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