Transit Corridor: दिल्ली की सड़कें होंगी जाम फ्री, 47 Km लंबा ट्रांजिट कॉरिडोर बनाने का प्लान
Delhi Transit Corridor: दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए PWD ने 47 किलोमीटर लंबा ट्रांजिट कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया है।
दिल्ली में बनेगा 47 KM लंबा ट्रांजिट कॉरिडोर। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Delhi Transit Corridor: दिल्ली की सड़कों को जाम मुक्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से 47 किलोमीटर लंबा ट्रांजिट कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत दिल्ली के अलग-अलग एरिया में 8 नए फ्लाईओवर या अंडरपास बनाएं जाएंगे, जिनकी मदद से सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा। इसके अलावा लोगों को सफर के दौरान ट्रैफिक का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जानकारी के मुताबिक, PWD की ओर से जिन रास्तों पर ज्यादा ट्रैफिक होता है, उन्हें चिह्नित किया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि PWD द्वारा चिह्नित रास्तों में सबसे ट्रैफिक वाले रास्ता ITO चौराहे को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा इनमें देशबंधु गुप्ता रोड (पहाड़गंज), IGI एयरपोर्ट के सामने NSG चौराहा, शादीपुर डिपो के पास फ्लाईओवर (पंचकुईयां रोड), नानकसर गुरुद्वारा टी-पॉइंट से दिल्ली-यूपी की सीमा तक, शिवाजी मार्ग पर फ्लाईओवर, सुखी नहर के ऊपर रेलवे लाइन पर फ्लाईओवर और नजफगढ़-फिरनी रोड पर एक फ्लाईओवर और एलिवेटेड रोड को शामिल किया गया है।
सड़कों का किया जाएगा अध्ययन
योजना को लेकर अधिकारियों का कहना है कि इन कॉरिडोर और सड़कों के नेटवर्क का विस्तृत अध्ययन करने का आदेश भी बीते दिन जारी कर दिया गया है। इस अध्ययन में सड़कों की मौजूदा हालत क्या है, सड़कों पर यातायात कितना है? फ्लाईओवर या अंडरपास की जरूरत कहां है, उसके बारे में बताया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, ITO दिल्ली का ऐसा इलाका है जहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक होता है। ITO में 4 किलोमीटर लंबे हिस्से का अध्ययन किया जाएगा। जिसमें ITO फ्लाईओवर, विकास मार्ग से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग तक और दिल्ली गेट की ओर जाने वाला डब्ल्यू-पॉइंट स्काईवॉक को शामिल गया है।
एयरपोर्ट जाने वालों को भी मिलेगी सुविधा
योजना में पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर, कीर्ति नगर, कर्मपुरा और पटेल नगर जैसे इलाकों के लिए जरूरी जखीरा क्रॉसिंग से कर्मपुरा फ्लाईओवर तक 2 किलोमीटर लंबे शिवाजी मार्ग का भी अध्ययन करना शामिल किया गया है। एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए NSG मुख्यालय के पास की मुख्य सड़क और चौराहे को भी ट्रैफिक फ्री किया जाएगा। यहां ,फ्लाईओवर और अंडरपास किसी सबसे ज्यादा जरूरत इस बारे में भी अध्ययन किया जाएगा। इसके अलावा नजफगढ़ फिरनी रोड पर 15 ट्रैफिक सिग्नल हैं, जहां जाम की समस्या देखने को मिलती है।