Delhi Blast: दिल्ली में धमाका करने वाले की हुई पहचान, i20 कार में ही था आतंकी उमर, DNA से पुष्टि
Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट करने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है। डीएनए टेस्ट में पता चला कि धमाके वाली आई20 कार को आतंकी उमर ही चला रहा था। इस बीच उसकी नई तस्वीर सामने आई है। देखें अपडेट...
आतंकी उमर ही चला रहा था आई20 कार।
Delhi Lal Quila Blast: दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के मामले में हर दिन बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस और फोरेंसिक टीम ने बुधवार देर रात को पुष्टि करते हुए बताया कि ब्लास्ट वाली हुंडई आई20 कार को कोई और नहीं, बल्कि आतंकी डॉक्टर उमर उन नबी (उमर मोहम्मद) ही चला रहा था। धमाके वाली कार से मिले शव के अवशेषों का डीएनए टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों से 100 फीसदी मैच करता है।
इससे साफ हो गया कि उमर ने ही दिल्ली में कार धमाके को अंजाम दिया है, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 20 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनका एलएनजेपी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अभी तक जांच एजेंसियों को शक था कि हुंडई आई20 कार में डॉ. उमर मौजूद था, जो फरीदाबाद के 'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' का प्रमुख सदस्य था। जानकारी के मुताबिक, वह मॉड्यूल का सबसे कट्टरपंथी सदस्य था, जो हमेशा अपने साथियों के साथ आतंकी हमले को लेकर चर्चा करता था।
जांच टीमों को मिले थे अवशेष
दिल्ली पुलिस ने बताया कि जांच टीमों को ब्लास्ट वाली कार से उमर के दांत, हड्डियां, खून लगे कपड़े के टुकड़े और पैर का हिस्सा मिला था, जो स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंसा हुआ था। इन सभी सैंपल की जांच की गई, दो डॉ. उमर की मां के डीएनए से 100 फीसदी मैच हो गए। इससे स्पष्ट हो गया कि आई20 कार को उमर ही चला रहा था। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की धरपकड़ से उमर घबरा गया था। इसी हड़बड़ी में उसने कार के साथ खुद को भी धमाके में खत्म कर लिया।
धमाके से पहले मस्जिद में रुका था उमर
दिल्ली धमाके को अंजाम देने वाले आतंकी उमर की नई तस्वीर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉक्टर उमर लाल किले के पास धमाके से पहले पुरानी दिल्ली की फैज इलाजी तुर्कमान मस्जिद में गया था। दावा किया जा रहा है कि उमर करीब 10 मिनट तक मस्जिद में रहा था, जिसके बाद धमाके वाली कार लेकर निकल गया था।
विदेशी हैंडलर्स के संपर्क में था उमर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी उमर का तुर्की से कनेक्शन सामने आया है। बताया जा रहा है कि उमर तुर्की के अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के संपर्क में था, जिसका नाम UKasa था। यह उनका कोडनेम हो सकता है। उमर सेशन ऐप के जरिए लगातार इस हैंडलर से संपर्क में था। इसके अलावा मार्च, 2022 में कुछ लोग भारत से अंकारा गए थे।
जांच एजेंसियों को शक है कि इनमें उमर समेत फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में शामिल संदिग्ध लोग शामिल थे। इस दौरान अंकारा में इन सभी का ब्रेन वॉश किया गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इसकी पुष्टि के लिए नई दिल्ली स्थित तुर्किये दूतावास से संपर्क में है और उनकी मदद मांगी है।
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