Cyber Fraud-Digital Arrest: जामताड़ा और नूंह के बाद दिल्ली को अड्डा बना रहे साइबर ठग, होटलों में ले रहे पनाह, 3 गिरफ्तार
Cyber Crime: जामताड़ा और नूंह के बाद अब दिल्ली-एनसीआर में साइबर ठग अपने अड्डे बना रहे हैं। इसको लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में है। पुलिस ने एक गिरोह का घंडाफोड़ करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
Cyber Crime: दिल्ली और एनसीआर अब साइबर ठगों के नए अड्डे बनते जा रहे हैं। जिस तरह झारखंड के जामताड़ा और हरियाणा के नूंह को साइबर अपराधों के लिए जाना जाता है, उसी राह पर अब राष्ट्रीय राजधानी भी चल पड़ी है। दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने ऐसे ही एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो दिल्ली-NCR के होटलों से ‘डिजिटल अरेस्ट’ के जरिए बुजुर्गों को शिकार बना रहा था।
गिरोह ने करोल बाग स्थित होटल ग्रैंड सेंट्रल में रहकर 71 वर्षीय बुजुर्ग महेंद्र जैन से 25 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने तीन आरोपियों राहुल वर्मा (रायपुर, छत्तीसगढ़), शांतनु रिचोरिया (झांसी, उत्तर प्रदेश) और अर्जुन सिंह (सहारनपुर, उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार किया है।
होटल में ठहरकर देशभर में फैलाई ठगी
पुलिस के अनुसार आरोपी खुद को व्यापारी बताकर दिल्ली और एनसीआर के कई होटलों में एक सप्ताह या उससे ज्यादा समय के लिए ठहरते थे। वहां से ये देशभर में लोगों को कॉल कर डिजिटल धोखाधड़ी करते थे। गिरोह ने सिर्फ चार महीनों में लगभग ₹3 करोड़ की ठगी की है।
पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि ये साइबर अपराधी ‘डिजिटल अरेस्ट’ तकनीक का इस्तेमाल कर बुजुर्गों को धमकाते थे, जिससे वे डरकर ठगों के बताए अनुसार पैसे ट्रांसफर कर देते थे।
गिरफ्तारी से पहले होटल में कर रहे थे प्लानिंग
पुलिस ने तीनों आरोपियों को 24 मई को करोल बाग के होटल से गिरफ्तार किया। इससे पहले 20 मई को शांतनु रिचोरिया उसी होटल में एक दिन के लिए रुका था। 24 मई की सुबह तीनों आरोपियों के साथ एक अन्य व्यक्ति भी होटल में आया था, जिससे पूछताछ जारी है।
शांतनु ने होटल स्टाफ से कहा था कि वे लगभग एक सप्ताह के लिए रुकेंगे और तीन से चार और दोस्त आने वाले हैं। पुलिस का मानना है कि अगर गिरफ्तारी कुछ घंटे बाद की जाती, तो गिरोह के और सदस्य भी मौके पर पकड़े जा सकते थे।
पुलिस को होटलों की जानकारी से मिल सकता है बड़ा सुराग
पुलिस अब गिरोह के नेटवर्क को खंगाल रही है, जो देशभर में फैला हुआ है। जांच में सामने आया है कि ये ठग नोएडा, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के होटलों में भी रुके थे। पुलिस उन सभी होटलों की पहचान कर रही है, जहां ये आरोपी पहले ठहरे थे। इंस्पेक्टर प्रवेश कौशिक ने बताया कि जिन बैंक खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, उनकी जानकारी संबंधित बैंकों से मांगी गई है।
होटल ग्रैंड सेंट्रल के संचालक अजय सिंह ने बताया, 'चार लोगों ने दो कमरे बुक किए थे। शांतनु नाम के युवक ने बताया था कि उसके अन्य साथी शाम को आएंगे। हमने उनकी सभी आईडी और जानकारी पुलिस को दे दी है।'