Chhath Puja: सीएम रेखा गुप्ता ने छठ पर्व की तैयारियों का लिया जायजा, मिलेगी डेढ़ दिन की छुट्टी?
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी छठ पूजा को लेकर चल रहे स्वच्छता अभियान में भी श्रमदान किया। सीएम गुप्ता ने कहा कि हमारे विधायक, पार्षद और सांसद स्वच्छता अभियान चलाएंगे।
छठ पूजा की तैयारियों की समीक्षा करतीं सीएम रेखा गुप्ता।
दिल्ली में छठ पूर्व की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। दिल्ली की भाजपा सरकार का दावा है कि जिस तरह से दिवाली का त्योहार भव्य तरीके से मनाय जाएगा, उसी भव्यता के साथ छठ पर्व को मनाया जाएगा। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने आज प्रेमबाड़ी से लेकर मुनक नहर तक छठ पर्व को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा की। वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने छठ पर्व को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में श्रमदान किया।
यमुना में 17 स्पॉट बेहद खूबसूरत छवि देंगे
सीएम रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज से पूरी दिल्ली में जितनी भी जगह छठ पर्व मनाया जाता है, हमारे विधायक, पार्षद और सांसद वहां जाकर तैयारियों का जायजा लेंगे और स्वच्छता अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि 27 और 28 अक्टूबर को दिल्ली में छठ पर्व है। दिल्ली में भी इस बार यह पर्व भव्यता के साथ मनाया जाएगा। बताया कि यमुना नदी में हमने 17 बिंदू बनाए हैं, जो खूबसरूत और दिव्य छवि देने वाले हैं। इसके अलावा, शहर के भीतर 1000 से अधिक जगहों पर छठ पूजा मनाई जाएगी, जिसके लिए हमारी मशीनरी पूरी तरह से लगी है।
मजजिंदर सिंह सिरसा ने AAP को घेरा
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने श्रमदान के बाद कहा कि यह वही यमुना नदी है, जिसे गंदगी का ढेर बना दिया गया था। हर बार कहा जाता था कि अगले पांच साल हमें दे दीजिए। रेखा गुप्ता ने भी कहा कि पांच साल दीजिए। उनके कार्यकाल के छह महीने और दूसरी सरकार के 25 साल बराबर है। आगे सुनिये उनका पूरा बयान...
दिल्ली कर सकती है यह ऐलान
उधर, मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि इस बार छठ पर्व के लिए दिल्ली की ओर से डेढ़ दिन के अवकाश की घोषणा की जा सकती है। 27 अक्टूबर को दोपहर दो बजे से दिल्ली के सभी गवर्नमेंट ऑफिस बंद हो जाएंगे। 28 अक्टूबर को छुट्टी रहेगी। ऐसे में कर्मचारियों को डेढ़ दिन का अवकाश मिल जाएगा। इस फैसले को बिहार विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, दिल्ली में 5 लाख से ज्यादा पूर्वांचल लोग हैं, जो कि वोट देने के लिए बिहार जाते हैं।