Delhi Flood: दिल्ली में बाढ़ पर चुप क्यों हैं एलजी? सौरभ भारद्वाज ने साधा निशाना
Delhi Flood: दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे राजधानी के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हैं। लेकिन इस दौरान उप राज्यपाल के चुप्प रहने पर आम आदमी पार्टी ने LG पर निशाना साधा है।
'आप' नेता सौरभ भारद्वाज ने चुनाव आयोग पर लगाए आरोप।
Delhi Flood: राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 207 मीटर पार कर गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है। ऐसे में दिल्ली के ऊपर भीषण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से जलभराव के भी वीडियो सामने आ रहे हैं। इनमें से ही एक वीडियो आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने आधिकारिक अकाउंट से शेयर किया है।
इस वीडियो में जलमग्न सड़कें नजर आ रही हैं। हालांकि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को लेकर अब तक एलजी वीके सक्सेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिसको लेकर सौरभ भारद्वाज ने उन पर निशाना साधा है। 'आप' नेता ने पूछा कि एलजी अब तक बाढ़ में नजर क्यों नहीं आए? अब क्या कहेंगे एलजी?
दिल्ली सीएम पर भी साधा निशाना
सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये बात भाजपा सरकार को याद होना चाहिए कि हाई कोर्ट ने गाद की ऑडिट कराने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी दिल्ली के नालों और यमुना की गाद की ऑडिट नहीं कराई गई। सौरभ ने आगे लिखा कि पिछले साल तक एलजी कहते थे कि यमुना की गाद साफ नहीं हुई है। इसको लेकर एलजी ने पिछली सरकार यानी आप सरकरा पर सवाल खड़े किए थे। इस पर भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा कि अब क्या कहेंगे एलजी? बाढ़ के इस संकट भरे हालात में क्यों नहीं नजर आ रहे हैं एलजी?
आपको बता दें कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से कल यानी बुधवार को 12 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। यही पानी दिल्ली पहुंचकर तबाही मचा रहा है। इसके कारण दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। हालात ये हैं कि मोनेस्ट्री मार्केट और यमुना बाजार में लोग आवाजाही के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं।
बाढ़ से निपटने के लिए छ: सरकारी एजेंसियों की मदद ली जा रही है। इन छ: एजेंसियों में राजस्व विभाग, एमसीडी, सिंचाईं एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, शहरी विकास, जल बोर्ड, और पीडब्ल्यूडी शामिल हैं।
बाढ़ से प्रभावित हैं दिल्ली के ये इलाके
जानकारी के मुताबिक, मजनू का टीला, मोनेस्ट्री, निगम बोध घाट और वासुदेव घाट पानी में डूब गये हैं। इसके अलावा यमुना बाजार और सिविल लाइन्स समेत कई क्षेत्र भी बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय तक भी पहुंच गया है। जहां पर मुख्यमंत्री, मंत्रियों और सीनियर अधिकारियों के कार्यालय हैं।