Delhi Flood: यमुना में छोड़ा 50 हजार क्यूसिक पानी, 72 घंटे में पहुंचेगा दिल्ली, अलर्ट जारी
हथिनीकुंड बैराज से 50 हजार क्यूसेक पानी को बड़ी यमुना में छोड़ दिया गया है। यमुना का जलस्तर पहले ही खतरे के निशान से कुछ ही नीचे है। ऐसे में लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
दिल्ली पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
Flood Situation Near Yamuna River: मानसून की बारिश से दिल्ली की सड़कों पर जलभराव देखा जा रहा है, वहीं यमुना का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है। उधर, हथिनीकुंड बैराज से 50 हजार क्यूसिक पानी छोड़ दिया गया है। अधिकारियों ने बताया है कि तीन दिन के भीतर यह पानी दिल्ली तक पहुंच जाएगा। ऐसे में तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ से बचने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड और हिमाचल में लगातार भारी बारिश हो रही है। इसके चलते हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों पर नजर डालें तो मंगलवार सुबह एक बजे तक 54,707 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। हथिनीकुड बैराज से 50 हजार क्यूसेक पानी को बड़ी यमुना में छोड़ा गया है। सिंचाई विभाग यमुनानगर अधीक्षण अभियंता आरएस मित्तल ने बताया कि यह पानी 72 घंटों के भीतर दिल्ली पहुंचेगा। ऐसे में नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर कितना
दिल्ली के पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 202.24 मीटर दर्ज किया गया है। 204.5 मीटर अलर्ट मोड है। जिस तरह से 50 हजार क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है, उसके चलते पानी इस खतरे के निशान को पार कर सकता है।
बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां तेज
सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आरएस मित्तल ने बताया कि बैराज पर एक लाख क्यूसेक पानी आने पर कैनाल बंद करके पानी को बड़ी यमुना में डायवर्ट कर दिया जाता है। यह छोटी बाढ़ जैसी स्थिति होती है। लेकिन, ढाई लाख क्यूसेक पानी आ जाता है, तो बाढ़ की स्थिति मानी जाती है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए तेजी से तैयारियां चल रही हैं।