गांव में घूम रहा बाघ: गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगे गांवों में पंजों के निशान दिखने पर दहशत
सूरजपुर जिले के बिहारपुर क्षेत्र में पास बाघ की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। जंगलों में ताजा पंजों के निशान मिलने से ग्रामीण दहशत में हैं।
जांच करती हुई पुलिस टीम और बाघ के पंजों के निशान
नौशाद अहमद - सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बिहारपुर क्षेत्र में एक बार फिर बाघ मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। गुरु घासीदास राष्ट्रिय उद्यान से लगे चांदनी बिहारपुर इलाके के जंगलों में वन विभाग की टीम ने ताजा बाघ के पंजों के निशान मिलने की पुष्टि की है।
जानकारी के मुताबिक, बैजनपाठ लू और मोहरसोप के जंगलों में यह निशान साफ दिखाई दिए, जिसके बाद ग्रामीणों में खौफ का माहौल है। फिलहाल, विभाग अलर्ट मोड पर है और जंगलों में लगातार सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है।
ग्रामीणों की बढ़ी चिंता
गौरतलब है कि, दो वर्ष पूर्व इसी क्षेत्र में बाघ के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है और दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। ऐसे में बाघ की दोबारा मौजूदगी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
दंतैल हाथियों की दहशत, फिंगेश्वर-पांडुका क्षेत्र के 30 गांवों में हाई अलर्ट
वहीं गरियाबंद जिले में दो दंतैल हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। बीती रात हाथियों की आमद से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। जिले के फिंगेश्वर और पांडुका क्षेत्र में इन जंगली हाथियों की मौजूदगी के चलते 30 से अधिक गांवों में हाई अलर्ट जारी किया गया। वन विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते हाथियों को ट्रैक करने में भारी दिक्कतें आ रही हैं।
गांव में मची तबाही
जानकारी के अनुसार, एक हाथी फिलहाल फिंगेश्वर क्षेत्र के सरकड़ा के जंगलों में घूम रहा है, जबकि दूसरा हाथी पांडुका क्षेत्र के खदराही गांव तक पहुंच गया है। खदराही गांव में हाथी ने घरों के आसपास तबाही मचाई और फसलों को नुकसान पहुंचाया। ग्रामीणों ने बताया कि, रातभर लोगों की नींद उड़ी रही और पूरा गांव डर के साए में रहा।
बारिश के कारण निगरानी में हो रही परेशानी
इसी बीच झरझरा माता मंदिर वॉटरफॉल के पास भी हाथी की मौजूदगी की सूचना मिली है, जिसे देखते हुए वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। वन विभाग की टीम लगातार इलाके में गश्त कर रही है और ग्रामीणों से अपील की गई है कि, वे किसी भी स्थिति में बाहर न निकलें और हाथियों से दूरी बनाए रखें। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, बारिश के कारण हाथियों की मूवमेंट पर निगरानी रखना काफी चुनौतीपूर्ण हो रहा है। जिससे हाथियों को ट्रैक करने में परेशानी हो रही है।