बालाजी मंदिर का 23 वां वार्षिक उत्सव : गाजे-बाजे के साथ निकली यात्रा, गोविंदा के जयकारे से गूंज उठा शहर

जगदलपुर शहर में आज भगवान बालाजी की यात्रा जोरों-शोरों से निकाली गई। भगवान बालाजी का मंदिर तिरुपति मंदिर तर्ज पर बनाया गया है। 

By :  Ck Shukla
Updated On 2024-02-19 19:53:00 IST
भगवान बालाजी जी की शोभायात्रा

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए भगवान बालाजी की यात्रा जोरों-शोरों से निकाली गई। जी हां... छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े भव्य बालाजी मंदिर का 23 वां वार्षिक उत्सव आज से शुरु हो गया हैं। जिसको लेकर 5 दिनों तक मंदिर में विभिन्न अनुष्ठान किये जायेंगे।

इस पूरे उत्सव में भगवान बालाजी मंदिर में आज से विशेष पूजा अर्चना की गई और राम लला के रुप में भगवान को दशावतार में सजाया गया हैं। पूरे मंदिर को राजमेन्द्री से लाये गए फूलों से सजाया गया है। दोपहर के बाद भव्य शोभायात्रा निकाल कर गोविंदा-गोविंदा के जयकारे से शहर गूंज उठा और शहर के अलग अलग चौक चौराहो में भगवाम बालाजी के भव्य शोभायात्रा का स्वागत किया गया। साथ ही शोभायात्रा में सैकड़ो की संख्या में महिलाये कलश लेकर निकली। 

कलश यात्रा निकाली महिलाएं 

चार दिनों तक चलेगा अनुष्ठान <blockquote class="twitter-tweetmedia-data-max-data-width="560"><p lang="hi" dir="ltr">बालाजी मंदिर का 23 वां वार्षिक उत्सव : गाजे-बाजे के साथ निकली यात्रा, गोविंदा के जयकारे से शहर गूंज उठा शहर..<a href="https://twitter.com/BastarDistrict?ref_src=twsrc^tfw">@BastarDistrict</a> <a href="https://twitter.com/temple_shri?ref_src=twsrc^tfw">@temple_shri</a> <a href="https://twitter.com/hashtag/Chhattisgarh?src=hash&amp;ref_src=twsrc^tfw">#Chhattisgarh</a> <a href="https://t.co/ZDDUrNOk2p">pic.twitter.com/ZDDUrNOk2p</a></p>&mdash; Haribhoomi (@Haribhoomi95271) <a href="https://twitter.com/Haribhoomi95271/status/1759584129723597076?ref_src=twsrc^tfw">February 19, 2024</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" data-charset="utf-8"></script>

भगवान बालाजी के मंदिर की भव्यता तिरुपति मंदिर की तरह ही बनाया गया है। मंदिर के पुजारी का कहना है कि, जो भक्त तिरुपति तक नही जा पाते वे इस मंदिर में आकर भगवान बालाजी के पूजा पाठ कर मनोकामना के लिए मन्नत मांगते है। आज से शुरू हुए वार्षिक उत्सव में शामिल होने छत्तीसगढ़, तेलेंगाना, आंध्रप्रदेश उड़ीसा और महाराष्ट्र से भक्त पहुंचे हैं। वहीं 4 दिनों तक बालाजी मंदिर में सुबह शाम बाहर से आये पंडितो द्वारा विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।

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