भ्रष्टाचार की हद पार: ठेकेदार ने बिना सेंटरिंग किए ही कर दी मिट्टी के ऊपर पूल की ढलाई, अधिकारियों ने मानी गलती

मोहला विकासखंड के ग्राम करमरी मे भ्रष्टाचार की हदें पार कर बिना सेंटरिंग के मिट्टी के ऊपर पुल की ढलाई कर दी गई है। ठेकेदार पंचायत के पुल निर्माण में डोंगरगांव का नेता बन गया है।

Updated On 2025-07-03 21:34:00 IST

निर्माणाधीन पूल 

एनिश पुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला, मानपुर- अम्बागढ़, चौकी जिले में लंबे समय तक माओवादिओ पर आरोप लगते रहे कि ये विकास कार्य के बाधक है। लेकिन समय बीतने के साथ अब मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले को लूटने के लिए अफसर शाही और ठेकेदार ने कमर कस ली है। मानपुर विकासखंड के गेट्टेगहन बुकमरका नवनिर्मित प्रधानमंत्री सड़क योजना में स्थित पुल के पहले ही बरसात में 2 वर्ष के भीतर तीन बार ढह जाने के मामले मे जिला प्रशासन संबंधित ठेकेदार और सब इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय धृष्ट राज की निद्रा में कुंभकर्णी नींद में है। इधर मोहला विकासखंड के ग्राम करमरी मे भ्रष्टाचार की हदें पार कर बिना सेंटरिंग के मिट्टी के ऊपर पुल की ढलाई कर दी गई है। ठेकेदार पंचायत के पुल निर्माण में डोंगरगांव का नेता बन गया है।

उल्लेखनीय है कि मोहला जनपद पंचायत के करमरी ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम नाटीपार से छुरियाडोंगरी पहुंच मार्ग के बीच पुल निर्माण हेतु ग्राम पंचायत को 15 लाख रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है। निर्माण कार्य का कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत है, लेकिन पुल निर्माण कि स्वीकृति और काम का ठेका उच्च स्तर पर उपर से डोंगरगांव निवासी किसी नेता सागर वर्मा को दिया गया है। जिसने विभाग के एसडीओ सुभाष गोरे, सब इंजीनियर बसंत ध्रुव के साथ मिलकर बिना सेंटरिंग प्लेट के नाले के मिट्टी के ऊपर स्लैब ढाल दिया है। इस अनोखे निर्माण कार्य को लेकर इस वनांचल क्षेत्र में जमकर चर्चा हो रही है कि यह निर्माण सरकार के 5 साल के कार्यकाल तक भी नहीं टिक पाएगा। 


पूर्ण निर्माण से पहले धराशाई होने के कगार पर
करमरी और नाटीपार के ग्रामीणों ने बताया कि 15 दिन पूर्व मिट्टी के ऊपर पुल के ढलाई करने से नवनिर्मित पुलिया का स्लैब बीच से नीचे कि ओर झुक गया है। हांथ से ही पुल का साइड सोल्डर का कंक्रीट उखड़ रहा है जो सरकार के 5 सालों के कार्यकाल तक भी नहीं टिक पाएगा।

काम देने के लिए उपर से आया था निर्देश
इस मामले में जिला सचिव संघ के अध्यक्ष तथा करमरी ग्राम पंचायत के सचिव संतोष गोटे ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि तत्कालीन जनपद सीईओ केस्वरी देवांगन ने उन्हें कहा कि यह ऊपर से पुल निर्माण कार्य की स्वीकृति लाया है, काम का ठेका इसे ही दे दो। विभागीय दबाव मे डोंगरगांव निवासी सागर वर्मा को काम दिया गया है।

अफसरो ने माना हुई है गलती
बिना सेंटरिंग के नाले की मिट्टी के ऊपर 15 लाख रुपए की लागत से नाटीपार छुरियाडोगरी गांव के बीच बनाये गये पुल को लेकर स्पष्ट तौर पर ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के एसडीओ सुभाष गोरे उपयत्री बसंत ध्रुव ने कहा कि गलती हुई है। सेंटरिंग डालना था।

अफसरों के दबाव में मिला 1 करोड़ 70 लाख का काम
मिल बांट के पचा लो जो अंशदान है की तर्ज पर मानपुर विकासखंड के 4 ग्राम पंचायत तथा मोहला विकासखंड के बीहड़ क्षेत्र के 6 ग्राम पंचायतों में स्वीकृत सीसी निर्माण, मुरमीकरण सड़क निर्माण, पुलिया निर्माण को लेकर एक करोड़ 70 लाख रुपए की स्वीकृति पहले ऊपर ही ऊपर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग रायपुर से विभिन्न 10 ग्राम पंचायतों के लिए कराया गया। फिर काम का ठेका स्थानीय अफसरों के दबाव में डोंगरगांव निवासी नेता सागर वर्मा को दे दिया गया है, जो शासकीय नियमों के विपरीत जाकर निर्माण कार्यों को अंजाम दे रहा हैं।

इस मद की है राशि
मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के निर्माता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा नवगठित इस सुदूर वनांचल आदिवासी अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिले के अंतर्गत जनहित एवं विकास कार्यों के लिए 3 करोड रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसी मद का अब उपयोग अफ़सर, संबंधित ठेकेदार, ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव अपनी तिजोरी भरने के लिए कर रहे हैं।

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