बनारस से मैनपाट की पदयात्रा पर विधायक: रामकुमार टोप्पो के साथ चल रहे 120 कांवरिए, 425 किमी. का है सफर
पूर्व फौजी और सीतापुर से भाजपा के विधायक रामकुमार टोप्पो बनारस से गंगाजल लेकर पैदल मैनपाट के लिए निकल पड़े हैं। उनके साथ 120 अन्य कांवरिए भी चल रहे हैं।
सीतापुर के विधायक रामकुमार टोप्पो बनारस से पैदल यात्रा मैनपाट तक
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक रामकुमार टोप्पो अपने 120 से अधिक साथियों के साथ बनारस से 425 किलोमीटर तक पदयात्रा करते हुए अंबिकापुर के लिए निकल गए हैं। उन्होंने सावन महीने में भगवान भोलेनाथ को गंगाजल चढ़ाने के लिए यह पदयात्राा शुरू की है।
मिली जानकारी के मुताबिक, विधायक रामकुमार टोप्पो हर साल बनारस जाते हैं और वहां अस्सी घाट से गंगाजल लेकर साथी कांवड़ियों के साथ पैदल ही कांवड़ लेकर मैनपाट के लिए निकलते हैं। मैनपाट पहुंचकर यहां चोरकी पानी नामक जगह पर भगवान शंकर का जलाभिषेक करते हैं।
बनारस से गंगाजल लेकर निकले विधायक
गुरुवार को विधायक रामकुमार टोप्पो गंगाजल लेकर सुबह बनारस से निकले हैं और मैनपाट 12 दिन बाद यानी 4 अगस्त को मैनपाट पहुंचेंगे। श्री पिछले चार साल से इसी तरह सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ का बनारस से गंगाजल लाकर जलाभिषेक करते हैं। इस दौरान विधायक श्री टोप्पो कांवड़ियों के साथ हर रोज करीब 40-50 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
कांवड़ियों का जगह-जगह हो रहा स्वागत
उल्लेखनीय है कि, विधायक बनने से पहले रामकुमार टोप्पो आर्मी में थे और इसके बाद उन्होंने भाजपा से चुनाव लड़ा तब उनके साथ युवा वर्ग आया और अभी युवाओं के साथ भी जभिषेक के लिए गंगाजल लेने बनारस जाते हैं और फिर वहां से इसी तरह वापस आते हैं। इस दौरान कांवड़ियों का जगह-जगह स्वागत किया जाता है।
जहां करते हैं रात्रि विश्राम, वहां लगाते हें पौधा
यह यात्रा सुबह शुरू होती है और और देर शाम तक सभी चलते हैं और रात्रि में यथोचित स्थान पर विश्राम करते हैं। इसके बाद सुबह फिर यात्रा से यात्रा शुरू हो जाती है। इस यात्रा में विधायक रामकुमार टोप्पो कांवड़ियों के साथ ही विश्राम एवं भोजन करते हैं। इस बार की यात्रा में सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो अपने साथ पौधे लेकर चल रहे हैं और जहां-जहां उनका पड़ाव है वहां पौधों को एक पेड़ मां के नाम पर लगा रहें हैं ताकि अपने पड़ाव वाले जगह को चिन्हित कर सकें।
लगातार बढ़ रही कांवरियों की संख्या
सबसे पहले इस यात्रा में 60 लोग शामिल हुए थे और अब लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी के यात्रा में 120 लोग सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा अपने सीतापुर क्षेत्र की खुशहाली के लिए किया जाता रहा है।