हादसे रोकने की पहल: रायपुर-कोरबा, दुर्ग-भिलाई के राजमार्ग होंगे हाईटेक, ITMS कैमरों से लैस

देश के 132 ऐसे शहर, जहां वर्ष 2011 की स्थिति में पांच लाख से ज्यादा की आबादी है या ऐसे मेजर डिस्ट्रक्ट, जहां सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट की घटनाएं होती हैं।

Updated On 2025-07-21 12:05:00 IST

File Photo 

रायपुर। देश के 132 ऐसे शहर, जहां वर्ष 2011 की स्थिति में पांच लाख से ज्यादा की आबादी है या ऐसे मेजर डिस्ट्रक्ट, जहां सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट की घटनाएं होती हैं, उन शहरों के स्टेट हाईवे पर आईटीएएसएस योजना के तहत हाईटेक कैमरे लगाने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है। रोड एक्सीडेंट रोकने बनाई गई राज्य की नोडल एजेंसी इस योजना का क्रियान्वयन करने जा रही है। इसके लिए नोडल एजेंसी ने एक प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार के पास भेजा है, जिसे केंद्र की ओर से सैद्धांतिक सहमति मिल गई है।

राज्य में हर वर्ष रोड एक्सीडेंट में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ में रोड एक्सीडेंट में मृत हुए लोगों की संख्या 33 हजार 700 थी। सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट की घटनाएं रायपुर, दुर्ग-भिलाई तथा कोरबा में हुई हैं। रोड एक्सीडेंट में एक तिहाई मृतकों की संख्या इन्हीं तीनों जिलों में रही है। इस वजह से इन तीन शहरों के स्टेट हाईवे, जहां सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट होते हैं, उन स्पॉट की पहचान कर आईटीएमएस योजना के तहत कैमरे लगाए जाने का निर्णय लिया गया है। जिन जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे, उनमें नेशनल हाईवे से सटे सर्विस रोड भी शामिल हैं।

ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर कटेगा चालान
स्टेट हाईवे पर रांग साइड के अलावा तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं होती थी। आईटीएमएस कैमरे लगने के बाद स्टेट हाईवे पर रांग साइड तथा तय लिमिट से ज्यादा रफ्तार से गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का ऑनलाइन चालान जनरेट कर मोबाइल, ई-मेल के माध्यम से भेजा जाएगा।

जहां ज्यादा एक्सीडेंट वहीं लगाएंगे कैमरे
ट्रैफिक एआईजी संजय शर्मा ने कहा कि, आईटीएमएस फेस-2 के तहत रायपुर, दुर्ग-भिलाई तथा कोरबा में 118 स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरे उन स्थानों पर लगाए जाएंगे, जहां रोड एक्सीडेंट की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं।

इस वजह से लगाए जाएंगे कैमरे
एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा के अनुसार, जिन स्थानों पर रोड एक्सीडेंट ज्यादा होते हैं, वहां 24 घंटे ट्रैफिक पुलिस की तैनाती संभव नहीं है। जहां ज्यादा रोड एक्सीडेंट होते हैं, कैमरे लगने के बाद उस स्पॉट की 24 घंटे निगरानी हो सकेगी। एक्सीडेंट होने पर किस वाहन चालक ने गलती की है, कैमरे के माध्यम से आसानी से इसकी जानकारी मिल पाएगी। इसके बाद दोषी वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी होगी।

हादसों पर लगेगी रोक
ज्यादातर रोड एक्सीडेंट की घटनाएं स्टेट हाईवे पर होती हैं। जहां आईटीएमएस के तहत कैमरे लगाए जाने के बाद एक्सीडेंट की घटनाएं कम होंगी। कैमरे की जद में आने से बचने वाहन चालक सावधानी से गाड़ी चलाएंगे तो एक्सीडेंट की घटनाएं कम होंगी। एक्सीडेंट पर अंकुश लगने से सड़क दुर्घटना में मृतकों की संख्या में कमी आएगी।

Tags:    

Similar News