दुकानों पर वक्फ बोर्ड का दावा: बिफरे दुकानदारों ने पूछा - 30 साल की दुकान अचानक अवैध कैसे
एक अरसे से रहने वाले 4 परिवारों को छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने नोटिस दिया है, जिससे प्रभावित परिवार बेहद नाराज हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता संदीप शर्मा - वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ.सलीम राज
रायपुर। एक अरसे से रहने वाले 4 परिवारों को छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने नोटिस दिया है, जिससे प्रभावित परिवार बेहद नाराज हैं। उनका कहना है, उनके पास जमीन के पूरे दस्तावेज हैं, नगर निगम को हर साल मकान और दुकान का टैक्स पटाते हैं, फिर किस आधार पर नोटिस दिया गया? बोर्ड अपना कागज दिखाए और खसरा नंबर पहले चेक करे, त्योहार के समय नोटिस भेजकर जबरिया परेशान करना यह गलत है। वार्ड पार्षद अजय साहू ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है, झूठी शिकायत करने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल, छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड द्वारा पुरानी बस्ती क्षेत्र के 4 परिवारों को नोटिस भेजने पर बवाल मचा हुआ है। यह नोटिस गत दिनों डॉ. जौहरी, महाराजा स्वीट्स के संचालक राजेश कुमार और कान्हा प्रोविजन स्टोर्स के संचालक अरविंद अग्रवाल को भेजा है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड का दावा है कि पुरानी
बस्ती क्षेत्र में जिस जगह संबंधित मकान व दुकान है, वह जमीन बोर्ड की है। लिहाजा 24 अक्टूबर तक कार्यालय में दस्तावेज प्रस्तुत किया जाए। 17 अक्टूबर को नोटिस जारी हुआ और 22 अक्टूबर यह संबंधित लोगों तक पहुंचा। प्रभावित परिवारों ने हरिभूमि को बताया कि 24 अक्टूबर को जब वे वक्फ बोर्ड कार्यालय उपस्थिति देने पहुंचे, तब वहां न बोर्ड के अध्यक्ष मिले, न सीईओ। हमने उनसे संबंधित दस्तावेज मांगा है, जिसके लिए बोर्ड ने 6 नवंबर तक का समय लिया है।
वार्ड पार्षद का व्यू
पुरानी बस्ती क्षेत्र में एक अरसे से शहर के बीच मकान और दुकान बनाकर पीढ़ी दर पीढ़ी रहने वाले चार परिवारों को टारगेट कर बोर्ड ने नोटिस दिया है, इस तरह से किसी को प्रताड़ित करना गलत है। इन सभी के पास जमीन के पूरे दस्तावेज हैं। झूठी शिकायत पर कार्रवाई होनी चाहिए। नोटिस का पुरजोर विरोध करते हैं, हमने वक्फ बोर्ड से जमीन का पेपर मांगा है और शिकायत किसने की, इसकी कापी भी मांगी है।
वक्फ बोर्ड चौधरी नहीं - संदीप शर्मा
भाजपा नेता संदीप शर्मा लगातार वक्फ बोर्ड पर हमलावर हैं। पुरानी बस्ती में एक और को नोटिस मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा, वक्फ बोर्ड कोई चौधरी नहीं है जो इस तरह का व्यवहार कर रहा है। वक्फ बोर्ड के पास अगर दस्वावेज हैं, तो उसको दिखाने चाहिए। 50 सालों से ज्यादा से पुरानी बस्ती में रहने वालों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। वक्फ बोर्ड या तो अपने दस्वावेज दिखाए, नहीं तो सार्वजनिक रूप से सबसे माफी मांगे।
डॉक्टर की तीसरी पीढ़ी
पुरानी बस्ती इलाके के जाने-माने डॉक्टर जौहरी की तीसरी पीढ़ी इस बात से हैरान है कि जिस जगह पर सालों से उनके परिवार का निवास है और उनके नाना दवाखाना चलाते रहे, अचानक उन्हें वक्फ बोर्ड वालों ने नोटिस भेज दिया, यह समझ से परे है। प्रभावित परिवार के सदस्य का कहना है कि घर का टैक्स निगम को भुगतान करते रहे हैं, पुराना नल कनेक्शन है, बिजली का मीटर लगा है। फिर बेवजह उन्हें परेशान क्यों किया जा रहा है। झूठी शिकायत करने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए।
हमारे पास दस्तावेज हैं
पुरानी बस्ती थाना के सामने स्थित महाराजा स्वीट्स के संचालक राजेश कुमार भैया का कहना है, मैंने 2007 में स्वर्गीय रमाशंकर शर्मा से दुकान खरीदी थी। स्वर्गीय शर्मा 60 साल से पुरानी बस्ती के रहवासी रहे हैं। हमारे पास दुकान के दस्तावेज हैं, जो इसे बोर्ड की जमीन पर बता रहे हैं वे अपना दस्तावेज दिखा दें, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। खसरा नंबर पहले चेक करें। ऐन दीपावली त्योहार के समय नोटिस भेजकर हमें परेशान किया, यह बहुत गलत बात है। सालों से हम यहां आकर व्यापार कर रहे हैं।
7 दशक से निवास दुकान
35 साल से पुरानी बस्ती के रहवासी और कान्हा प्रोविजन स्टोर्स के संचालक अरविंद अग्रवाल ने बताया कि वे 7 दशक से वहां रह रहे हैं और 30 साल से दुकान चला रहे हैं। यह उनकी अपनी खुद की दुकान है, मकान और दुकान का नगर निगम को हर साल प्रापर्टी टैक्स जमा करते हैं। फिर अवैध कब्जा कैसे हुआ? जिसने शिकायत की है, वो अपना दस्तावेज बताए। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की यह जमीन नहीं है। यह जमीन हमारी है. हमारे पास जमीन के रजिस्ट्री पेपर हैं।