सूरजपुर जिले में बाघ का शिकार: शरीर से नाख़ून और दांत निकाल ले गए शिकारी, कुछ भी कहने से बच रहा वन विभाग
भैंसामुंडा के जंगल में बाघ के शिकार का मामला सामने आया है। शिकारी बाघ के शरीर से नाख़ून और दांत निकाल ले गए हैं। वहीं पास से हथियार बरामद किया गया है।
डीएफओ कार्यालय, सूरजपुर
नौशाद अहमद- सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के भैंसामुंडा के जंगल में बाघ के शिकार का मामला सामने आया है। शिकारी बाघ के शरीर से नाख़ून और दांत निकाल ले गए हैं। वहीं पास में ही एक हथियार बरामद किया गया है। जिसकी वजह से शिकार की आशंका जताई जा रही है। बाघ का शव जंगल में बरामद कर लिया किया गया है और किसी के जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। वन विभाग के अधिकारियों की निगरानी में बाघ का पोस्टमार्टम किया जाएगा। उसके बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
इस मामले की जानकारी मिलते ही जिले के डीएफओ सहित आस- पास के रेंज के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए हैं। वहीं वन विभाग इस पर कुछ भी कहने से बचता हुआ दिखाई दे रहा है। बाघ के इस तरह खुलेआम शिकार से विभाग सवालों के घेरे में आ गया है। बताया जाता है कि, बाघ लंबे समय से यहां रह रहा था। जिसकी जानकारी शिकारियों को थी।
डीएफओ में दी मामले की जानकारी
इस पूरे मामले को लेकर डीएफओ डीपी. साहू ने कहा कि, बाघ का शव जंगल में पाया गया है। इसके लिए वन विभाग के द्वारा डॉग स्क्वाड की भी मदद ली जा रही है। मेरी और अन्य सीनियर अधिकारियों की निगरानी में बाघ का पोस्टमार्टम किया जाएगा। उसके बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
शेर ने किया गाय का शिकार
वहीं 1 दिसंबर 2025 को मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिले में ग्रामीणों की सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम ने मुआयना कर खूंखार वन्य जीव और आम ग्रामीणों को एक दूसरे के संघर्ष के लिए सतर्क किया था। घटनास्थल पर शेर के पग मार्क भी वन विभाग के अधिकारियों को मिलें थे। डीएफओ दिनेश पटेल के निर्देश पर टाइगर के द्वारा शिकार किए गाय का मुआवजा के लिए पंचनामा तैयार कर प्रकरण दर्ज किया था। इसके साथ ही वन विभाग ने ग्रामीणों को टाइगर से किसी प्रकार से छेड़छाड़ ना करने और अकेले जंगल नहीं जाने की हिदायत दी थी।
लगाया जा रहा है ट्रैप कैमरा
डीएफओ दिनेश पटेल ने हरिभूमि को जानकारी देते हुए बताया था कि, जिस जगह पर शेर ने गाय पर हमला किया था। उक्त स्थान पर वन विभाग की तरफ से ट्रैप कैमरा लगाया था।