मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े को धमकाने वाला गिरफ्तार: घोटाले में फंसाने और जान से मारने की दी धमकी
सूरजपुर में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और उनके परिवार को घोटाले में फंसाने व जान से मारने की धमकी देने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े
नौशाद अहमद - सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और उनके परिवार को सार्वजनिक रूप से घोटाले में फसाने सहित जान से मारने की बात करना एक युवक को भारी पड़ गया। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए अब जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, कसकेला के रहने वाले रवि यादव ने भटगांव थाने में लिखित शिकायत की थी कि, उसी के गांव रहने वाले रविन्द्र यादव ने मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और उनके परिवार के घोटाले में फंसाने और सामने आने पर जान से मारने की धमकी दिया था। भटगांव पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच की जिसके बाद कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को हिरासात में लिया गया है। वहीं अब पुलिस को दिया शिकायत पत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
बलौदाबाजार में हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश
वहीं बलौदाबाजार शहर में लंबे समय से बहुचर्चित सक्रिय हनी ट्रैप गिरोह के खिलाफ पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। सिटी कोतवाली पुलिस ने ग्राम बकरकूदा, थाना मस्तूरी (जिला बिलासपुर) निवासी अनुरिता बंजारे (23 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। आरोपी सेक्स स्कैंडल और दुष्कर्म में फंसाने की बात कह लोगों से मोटी रकम वसूलते थे।
प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि, फरवरी 2024 के बीच आरोपियों ने उसे सेक्स स्कैंडल और दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दी थी। धमकी के बाद पीड़ित ने आरोपी को 2 लाख 75 हजार की राशि आरोपियों को सौंप दी। शिकायत पर थाना सिटी कोतवाली में कई धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
गिरोह का तरीका
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह पहले ग्राहकों को फँसाने के लिए होटल व लॉज तक बुलाता था। वहां पहले से मौजूद महिलाएं अश्लील वीडियो और फोटो बना लेती थीं। इसके बाद इन्हीं वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर मोटी रकम की उगाही की जाती थी। इस गिरोह के शिकार अक्सर कारोबारी और रिटायर्ड उम्रदराज अधिकारी बनते थे, जिन्हें सामाजिक बदनामी के डर से चुपचाप पैसे देने पड़ते थे।
अब तक की कार्रवाई
इस मामले में अब तक बलौदाबाजार सिटी कोतवाली में कुल तीन एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। पुलिस ने पहले भी इस गिरोह से जुड़े 8 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें पुलिस विभाग का कर्मचारी, एक पत्रकार और एक वकील शामिल थे। अब महिला आरोपी अनुरिता बंजारे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि और कई राज़ सामने आएंगे।
पुलिस की रणनीति
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में चल रही जांच में गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि इस तरह के किसी भी हनी ट्रैप या ब्लैकमेलिंग प्रयास की तुरंत सूचना दें। पुलिस का कहना है कि पीड़ित की पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।