अचानक जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर: स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दिए सख्त निर्देश, मरीजों को मिलेगी उत्तम सेवाएं
सुकमा जिले में कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने औचक निरीक्षण कर विभिन्न कार्यप्रणाली, संसाधनों की उपलब्धता का जायजा लिया।
निर्देश देते हुए कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव
लीलाधर राठी- सुकमा। सुकमा जिले के कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय सुकमा का औचक निरीक्षण कर विभिन्न कार्यप्रणाली, संसाधनों की उपलब्धता तथा मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का विस्तार से मूल्यांकन किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में आवश्यक दवाइयों, उपकरणों तथा सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस दौरान डिस्ट्रिक एकाउंट ऑफिसर एनएचएम भास्कर चौधरी सहित स्वास्थ विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
दवाइयों और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान इंजेक्शन कक्ष में पेंटियम इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एक्स-रे यूनिट में एक्स-रे फिल्म, फिजियोथेरेपी सेवा सुनिश्चित करने और नेत्र शाखा में माइक्रोस्कोप की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जन औषधि केंद्र को शीघ्र प्रारंभ करने को कहा, ताकि मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सकें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सेवाओं के विस्तार
कलेक्टर ध्रुव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोन्टा और दोरनापाल सीएचसी में जिला अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेइंग वार्ड की मरम्मत सीजीएमएसी से शीघ्र कराने, डायलिसिस कक्ष में साफ-सफाई व रख-रखाव पर विशेष ध्यान रखने तथा नर्सिंग स्टेशन का निर्माण शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
लेब सेवाओं, आयुष्मान कार्ड और मातृ-शिशु स्वास्थ्य को लेकर सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ध्रुव ने लैब में प्रोटोकॉल चार्ट लगाने और जांच रिपोर्ट समय सीमा के भीतर संबंधित डॉक्टर को भेजने की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने इलेक्ट्रोलाइट मशीन के लिए रीजेंट और कार्ट्रिज, माइक्रोबायोलॉजी शाखा में इनक्यूबेटर, और ओटी के लिए निश्चेतना उपकरणों की उपलब्धता शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मरीजों को मिलेगी बिना देरी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
आयुष्मान भारत योजना को गति देने के लिए जिला अस्पताल में दो ऑपरेटरों की तुरंत नियुक्ति के निर्देश दिए। लेबर रूम में आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखने, दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के एमसीपी कार्ड और टीकाकरण दस्तावेजों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा गया। उन्होंने निर्देश दिया कि, एनआरसी में शासन द्वारा दिए गए सभी बिंदुओं को सही ढंग से लागू किया जाए, ताकि मरीजों को बिना देरी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।