रेलवे स्टेशनों में लगा 'पैनिक बटन': रायपुर रेल मंडल के सभी स्टेशनों में यात्रियों को इमरजेंसी में मिलेगी तुरंत मदद

रायपुर रेल मंडल के सभी छोटे और बड़े स्टेशनों में यह सुविधा शुरू कर दी गई है। इस पैनिक बटन की मदद से यात्री किसी भी समय रेलवे से मदद प्राप्त कर सकते हैं।

Updated On 2025-12-27 12:17:00 IST

रायपुर रेलवे स्टेशन

रायपुर। रेलवे स्टेशन में यात्रियों की मदद के लिए पैनिक बटन लगाया गया है, जो आपातकालीन स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाने का कार्य करेगा। मंडल के सभी छोटे और बड़े स्टेशनों में यह सुविधा शुरू कर दी गई है। इस पैनिक बटन की मदद से यात्री किसी भी समय रेलवे से मदद प्राप्त कर सकते हैं। किसी भी तरह की समस्या की स्थिति में इसका उपयोग किया जा सकता है।

बता दें कि रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों के साथ पैनिक बटन भी इंस्टॉल किए गए हैं। खासकर शाम के वक्त जब छोटे स्टेशनों में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं, तब इस बटन के जरिए यात्री अपनी समस्या सीधे रेलवे तक पहुंचा सकते हैं। यह सिस्टम पूरी तरह कंट्रोल रूम से जुड़ा हुआ है। जैसे ही कोई यात्री बटन दबाता है, आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे अधिकारियों को तुरंत सूचना मिल जाती है। इसके बाद मौके पर त्वरित सहायता पहुंचाई जाती है। यह व्यवस्था यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के उद्देश्य से लागू की गई है।

सीसीटीवी से निगरानी में रहेगा पैनिक बटन, गलत इस्तेमाल पर होगी कार्रवाई
कुम्हारी रेलवे स्टेशन में पैनिक बटन स्थापित कर दिया गया है। जिस स्थान पर यह बटन लगाया गया है, वहीं सामने सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है, जिससे कंट्रोल रूम से बटन दबाने वाले यात्री की स्थिति को तत्काल देखा जा सकेगा। यदि कोई असामाजिक तत्व इस बटन का दुरुपयोग करता है, तो सीसीटीवी फूटेज के आधार पर उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। स्टेशन प्रबंधन द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि इस बटन का उपयोग केवल आपातकालीन स्थिति में ही किया जाए। फिलहाल, अब तक किसी यात्री द्वारा इसका उपयोग नहीं किया गया है।

हर स्टेशन पर पैनिक बटन की सुविधा
सीनियर डीसीएम अवधेश त्रिवेदी ने बताया कि मंडल के सभी छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों पर पैनिक बटन लगाए गए हैं, ताकि यात्रियों को आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके। बता दें कि इस व्यवस्था से अब यात्रियों को मदद के लिए फोन या ट्वीट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जैसे ही पैनिक बटन दबाया जाएगा, कंट्रोल रूम को अलर्ट मिल जाएगा और आरपीएफ, जीआरपी या संबंधित अधिकारी 2 से 5 मिनट में सहायता के लिए मौके पर पहुंच जाएंगे।

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