राजधानी के आस-पास के राइस मिलों पर छापा: सभी जगह स्टॉक से ज्यादा मिला धान, नोटिस जारी

खाद्य विभाग एवं मंडी बोर्ड की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को जिले के आधा दर्जन से अधिक राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया।

Updated On 2025-12-13 12:13:00 IST

File Photo 

रायपुर। खाद्य विभाग एवं मंडी बोर्ड की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को जिले के आधा दर्जन से अधिक राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान इन मिलों में स्टॉक से अधिक धान का भंडारण किया हुआ मिला। टीम ने इन सभी राइस मिलों के संचालकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

अधिकारियों का कहना है कि, जवाब संतोषजनक नहीं होने पर मंडी एक्ट के तहत धान को राजसात किया जाएगा। इधर दूसरी ओर राइस मिल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया है। इसे लेकर पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है। कलेक्टर गौरव सिंह के निर्देश पर जिले में धान के अवैध परिवहन, भंडारण, संग्रहण पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई खाद्य विभाग एवं मंडी बोर्ड की संयुक्त टीम द्वारा की जा रही है। इस कड़ी में टीम ने 7 राइस मिलों में छापा मारा और यहां से अवैध रूप से भंडारण कर रखा गया बड़ी मात्रा में धान जब्त किया। इस छापेमारी के दौरान टीम ने इन मिलों से 900 क्विंटल से अधिक अवैध धान जब्त किया है।

इन मिलों में पड़ा छापा
आदर्श राइस मिल अभनपुर में 68 क्विंटल, बालाजी पैडी प्रोसेसिंग खोरपा में 100 क्विंटल, श्री खाटूश्याम सोटैक्स प्रा.लि. कुरा में 206 क्विंटल, श्री खाटू श्याम राइस मिल कुरा में 209 क्विंटल, श्री अंबिका एग्रो प्रा.लि बरबंदा में 112.00 क्विंटल, श्री जगन्नाथ राइस मिल में 160 क्विंटल, श्रीराम एग्रो में 102 क्विंटल धान अवैध रूप से भंडारण मिला। टीम ने अवैध धान को जब्त कर सुपुर्दगी की कार्रवाई की।

राइस मिल पदाधिकारियों ने किया विरोध
इधर, राइस मिलों में लगातार हो रही कार्रवाई को लेकर राइस मिलर्स एसोसिएशन भी विरोध में उतर आया है। तिल्दा नेवरा के राइस मिलर घनश्याम अग्रवाल, विकास सोनी खरोरा, सन्नी अग्रवाल सहित एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य कलेक्टोरेट पहुंचे और अपर कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि राइस मिलों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की जा रही है।

270 में 148 मिलरों ने ही कराया पंजीयन
जिले में 139 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की जा रही है। धान खरीदी के साथ अब उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू हो गया है, लेकिन जिले में उठाव की रफ्तार काफी धीमी है। इसका कारण जिले में अभी तक 270 में 148 मिलरों ने ही धान उठाव के लिए विभाग के पोर्टल पर पंजीयन कराया है। शेष 122 मिलरों का अब तक पंजीयन नहीं हो पाया है। इस तरह जिले में लगभग 55 प्रतिशत मिलरों के द्वारा ही उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव किया जा रहा है।

70 प्रतिशत चावल जमा नहीं करने के कारण पंजीयन भी नहीं
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के पोर्टल में पंजीयन कराने के बाद ही मिलर्स धान का उठाव शुरू करते हैं, लेकिन पिछले वर्ष में उठाव हुए धान का 70 प्रतिशत चावल अभी तक थोक में मिलर जमा नहीं किए हैं। पोर्टल के साफ्टवेयर के अनुसार 70 प्रतिशत से कम चावल जमा करने वाले राइस मिलर्स का आवेदन स्वीकार ही नहीं किया जा रहा है। इसके कारण उनका पंजीयन भी नहीं हो पाया है।

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