पेंड्रा में जगतगुरु रामभद्राचार्य की कथा: कौशल्या साय पहुंची आशीर्वाद लेने, मांगी प्रदेश की खुशहाली
पेंड्रा जिले में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में मुख्यमंत्री साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने शिरकत की। उन्होंने जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी से आशीर्वाद लिया।
जगतगुरु रामभद्राचार्य से भेंट करते हुईं कौशल्या साय
आकाश पवार- पेंड्रा। जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज द्वारा पेंड्रा में चल रही श्रीमद भागवत कथा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने शिरकत की। उन्होंने कथा पंडाल में पहुंचकर जगतगुरु रामभद्राचार्य जी के दर्शन किए और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। कथा के दौरान कौशल्या विष्णु देव साय ने श्रद्धापूर्वक आरती में भाग लिया और प्रदेश की सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।
इस अवसर पर रामभद्राचार्य जी ने कौशल्या विष्णु देव साय को रामचरितमानस की धार्मिक पुस्तक भेंट कर आशीर्वाद प्रदान किया। इस दौरान कौशल्या साय ने कहा कि, जगतगुरु रामभद्राचार्य जी का सान्निध्य प्राप्त करना हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। धन्य हैं छत्तीसगढ़वासी, जिनकी भूमि पर ऐसे महापुरुष के चरण पड़े हैं। जगतगुरु रामभद्राचार्य जी का ज्ञान और भक्ति इस युग में दुलर्भ है।
बड़ी संख्या में उपस्थित रहे श्रद्धालु
इस अवसर पर कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। जगतगुरु रामभद्राचार्य जी की भागवत कथा के दौरान भक्तिमय वातावरण में भजन, प्रवचन और कृष्ण नाम संकीर्तन का आयोजन लगातार जारी है। कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जो रामभद्राचार्य जी के प्रवचन से अभिभूत नजर आए।
सीएम साय ने पत्नी के साथ उगते सूर्य को दिया अर्घ्य
वहीं कुछ दिन पूर्व देशभर के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी छठ महापर्व की धूम है इसी बीच सीएम विष्णु देव साय ने कुनकुरी छठ घाट में पत्नी कौशल्या साय के साथ उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इस अवसर पर सीएम साय ने प्रदेश के सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। साथ ही प्रदेशवासियों को छठ महापर्व की बधाई प्रेषित की।
5 करोड़ 17 लाख की राशि से घाट का किया जाएगा सौंदर्यीकरण
सीएम विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को छठ पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज बड़े ही सौभाग्य का दिन है कि, मुझे अपने विधानसभा क्षेत्र में छठ पर्व में शामिल होने का अवसर मिला। कहा कि, कुनकुरी छठ घाट के लिए लगभग 5 करोड़ 17 लाख की राशि से छठ का घाट का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इस वर्ष के छठ महापर्व में व्रती महिलाएं छठ घाट में पूरे श्रद्धा भाव से पूजा- अर्चना भी कर रही हैं।
छठ महापर्व की मान्यताएं
सूर्य देव को जीवन, ऊर्जा, और स्वास्थ्य का स्रोत माना गया है। छठ पूजा में सूर्य की आराधना करके श्रद्धालु उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। छठ महापर्व में व्रती (उपासक) पूरी तरह शुद्धता, और आस्था के साथ चार दिनों तक उपवास, स्नान, और पूजा करती है। छठ पूजा में समाज के सभी लोग मिलकर घाट सजाते हैं, प्रसाद बनाते हैं और एक साथ पूजा करते हैं।
महाप्रभु श्री जगन्नाथ मंदिर में की पूजा- अर्चना
सीएम विष्णु देव साय ने कुनकुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर महाप्रभु श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा और भगवान बलराम जी के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने अपनी धर्मपत्नी कौशल्या साय के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि, शांति और कल्याण की मंगल कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर में जगन्नाथ सेवा समिति कुनकुरी द्वारा आज से 5 नवम्बर तक चलने वाले तुलसी अर्चन कार्यक्रम में भी भाग लिया।
भगवान जगन्नाथ को 51 हजार तुलसी दल किया अर्पित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने भगवान जगन्नाथ को 51 हजार तुलसी दल अर्पित कर विशेष पूजन किया। साथ ही वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रदेश की प्रगति, समरसता और जनकल्याण के लिए आशीर्वाद मांगा। साथ ही मुख्यमंत्री साय ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से भेंट कर उनकी कुशलक्षेम पूछी और आयोजन में शामिल श्री जगन्नाथ सेवा समिति कुनकुरी के सदस्यों की सराहना की।
धार्मिक आयोजन समाज को एकता के सूत्र में बांधते हैं - सीएम साय
सीएम साय ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान में ऐसे धार्मिक आयोजन समाज को एकता और भक्ति के सूत्र में बांधते हैं। उन्होंने समिति को इस पावन आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, अन्य जनप्रतिनिधियों, स्थानीय नागरिकों, पुजारीगण एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान पूरा वातावरण जय जगन्नाथ के उद्घोष से गूंज उठा।