आंबेडकर अस्पताल में नई सुविधा: BPL और बुजुर्गों का MRI-CT SCAN मुफ्त, APL वालों को देना होगा 1 और 2 हजार रुपये

आंबेडकर अस्पताल की ओपीडी में आने वाले बीपीएल वर्ग और सीनियर सिटीजन मरीजों को सीटी स्कैन और एमआरआई की सुविधा निशुल्क मिलेगी।

Updated On 2025-11-18 13:31:00 IST

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रायपुर। आंबेडकर अस्पताल की ओपीडी में आने वाले बीपीएल वर्ग और सीनियर सिटीजन मरीजों को सीटी स्कैन और एमआरआई की सुविधा निशुल्क मिलेगी। एपीएल कार्डधारियों को इसके लिए क्रमशः 1 हजार और 2 हजार शुल्क देना होगा। आईपीडी यानी भर्ती होने के बाद सभी वर्ग के मरीजों को यह सुविधा निशुल्क मिलेगी। मेडिकल कालेज में पढ़ाई करने वाले एमबीबीएस के छात्रों के लिए 200 सीटर हास्टल निर्माण पर भी सहमति जताई गई है।

सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की उपस्थिति में शासकीय मेडिकल कालेज रायपुर के स्वशासी समिति की बैठक हुई। बैठक में अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के सीटी स्कैन और एमआरआई जांच के लिए व्यवस्था का निर्धारण कर दिया गया है। इसके तहत ओपीडी की जांच के दौरान एपीएल राशनकार्ड वाले आयुष्मान धारकों को जांच के लिए शुल्क देना होगा। इसमें अगर किसी मरीज की आयु 60 साल से अधिक है तो उसे बीपीएल वर्ग के मरीजों की तरह जांच का निशुल्क लाभ मिलेगा।

बैठक में ये लोग हुए शामिल
बैठक में विभागों को दिए जाने वाले इंप्रेशन मनी की राशि को प्रति मांगपत्र 10 हजार से बढ़ाकर 1 लाख की गई है। समिति की बैठक में मेडिकल कॉलेज के 200 छात्रों के लिए चयन किए गए छात्रावास भवन पर सहमति दी गई। शीघ्र ही यह छात्रावास संचालन में आ जाएगा। बैठक में डीकेएस अस्पताल के एमसीएच छात्रावास का शुल्क 5 हजार से घटाकर 2 हजार 5 सौ रुपए करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सांसद रायपुर बृजमोहन अग्रवाल एवं विधायक सुनील सोनी, स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया, संभागायुक्त महादेव प्रसाद कांवरे, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा शिखा राजपूत तिवारी, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक रितेश अग्रवाल, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. यूएस पैंकरा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

पैट सीटी और गामा कैमरा के लिए 3 माह
आंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग में सालों से पड़ी पैट सीटी स्कैन और गामा कैमरा से मरीजों की जांच सुविधा शुरू करने तीन महीने का वक्त निर्धारित किया गया है। अधिकारियों को दोनों मशीनों को प्रारंभ करने के लिए उपयुक्त व्यवस्था बनाने की नसीहत दी गई है। दोनों मशीन लगभग 21 करोड़ की जिसे वर्ष 2018 में खरीदा गया था। मशीन खरीदी के बाद से वह विवादों की वजह बिना उपयोग के पड़ा हुआ है। मंत्री ने आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता, रीएजेंट एवं कंज्यूमेबल की खरीदी तथा आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था स्वशासी मद से करने हेतु कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।

इमरजेंसी खरीदी के लिए एनओसी
चिकित्सा महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के लिए अति आवश्यक सामाग्रियों उपकरण/रीएजेंट/केमिकल /डिस्पोजेबल सामाग्रियां इत्यादि जिनके मांगगपत्र सीजीएमएससी को प्रेषित किये गए हैं। उन सामाग्रियों की आपातकालीन आवश्यकता होने पर सीजीएमएससी से एनओसी प्राप्त होने एवं राशि मिलने की प्रत्याशा में अधिष्ठाता स्तर पर छ.ग. भंडार क्रय नियमानुसार आवश्यकता के अनुरूप सामग्री क्रय किये जाने की वित्तीय शक्ति प्रदत्त करने का अनुमोदन किया। 

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