नारायणपुर पहुंचे 28 नक्सली: बस से लाया गया एसपी ऑफिस, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के मेंबर करेंगे समर्पण
बस्तर में चल रहे स्पेशल एंटी नक्सल ऑपरेशन के चलते कई बड़े नक्सल लीडर्स ने हथियार डाल दिए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को नारायणपुर में एक बड़ा समर्पण होने जा रहा है।
28 नक्सली समर्पण के लिए बस से पहुंचे जिला मुख्यालय
इमरान खान- नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के नारायणपुर जिला मुख्यालय में 28 नक्सली समर्पण करने के लिए पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि, ये सभी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के मेंबर हैं। इनमें कई बड़े लीडर भी शामिल बताए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, इस सभी 28 नक्सलियों को बस से नारायणपुर एसपी कार्यालय लाया गया है। बस्तर आईजी समेत कई पुलिस अधिकारियों के सामने इनके आत्मसमर्पण करने की बात कही जा रही है। अबूझमाड़ में नक्सलियों के बड़े लीडर सहित एरिया कमांडर मुख्यधारा में लौटेंगे।
नक्सलियों का सरकार को पत्र
वहीं 24 नवंबर सोमवार को नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी ने अब सरकार के समक्ष नया प्रसताव रखा था। इस प्रस्ताव के मुताबिक, नक्सली सरकार के सामने हथियार डालकर पुनर्वास योजना स्वीकार करने को तैयार है। नक्सलियों के प्रवक्ता अनंत ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों के नाम इसके लिए पत्र जारी किया था।
पत्र में अनंत ने लिखा है कि, सरकारें उन्हें हथियार डालने के लिए 15 फरवरी 2026 तक का समय दें। अनंत की ओरन से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि, हमारे प्रसताव पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार किया जाएगा। सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने पर अगली प्रेस रिलीज में हथियार डालने की तारीख घोषित कर देंगे।
संघर्ष पर अस्थाई विराम का निर्णय
प्रवक्ता ने कहा है कि, केंद्रीय कमेटी के सदस्य और पोलित ब्यूरो मेंबर कॉमरेड सोनू दादा ने बदलती परिस्थितियों में सशस्त्र संघर्ष को अस्थाई तौर पर विराम देने का फैसला किया है। उनके इस फैसले का समर्थन समर्थन CCM सतीश दादा और CCM चंद्रन्ना ने भी की है। इसी सामूहिक निर्णय के लिए संगठन ने समय मांगा है।